दिल्ली की पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट सभी बस स्टैंड पर बस क्यू शेल्टर बनाने जा रही है. इस बस क्यू शेल्टर में ऐसा डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाया जायेगा जिसमे यह सुचना भी मिलेगी की किस रूट की बसें कितनी देर में आ रही है. पहले यह काम दिल्ली ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन को करने के लिए बोला गया था. लेकिन अब इसे PWD करगी.
अत्याधुनिक होगा दिल्ली का नया बस स्टैंड
पुरे दिल्ली में कुल 1397 बस स्टैंड पर यह डिजिटल क्यू डिस्प्ले बोर्ड लगाया जायेगा. इस बस क्यू शेल्टर में लोगो को बैठने की भी काफी व्यवस्था होगी. साथ ही डिस्प्ले बोर्ड पर आगामी बस की जानकारी भी मिलती रहेगी. कौन सी रूट नंबर की बस कितने देर में वहाँ पहुचने वाली है. इन बस शेल्टर पर cctv कैमरा भी लगाये गए है.
सभी को बैठने को मिलेगा सीट
दिल्ली में बस स्टैंड की मौजूदा हालात यह है की वह बैठने तक की सही से व्यवस्था नहीं है. जहाँ बारिश होने पर यात्री वर्षा की पानी से भीग जाते है वही कड़ी धुप में झुलसने लगते है. यह भी पता नहीं होता की उन्हें बसों के लिए कितना इंतजार करना होगा. कुछ भी अता-पता नहीं होगा. लेकिन दिल्ली सरकार इस समस्या को सुलझाने के लिए नई तरह की बस क्यू शेल्टर पुरे दिल्ली में बनाने जा रही है.
ट्रायल पर चल रहा है काम
अभी दिल्ली के ITO बस स्टैंड पर दो तरह के बस शेल्टर पर ट्रायल चल रहा है. पहला तो बस क्यू शेल्टर फाइबर का बनाया जा रहा है . और दूसरा बस शेल्टर स्टेनलेस स्टील का बनाया जा रहा है. ये दोनों बन जाने के बाद रिव्यु लिया जायेगा की कौन सा बस शेल्टर अच्छा है . फिर जो ज्यादा अच्छा होगा उसी तरह की मटेरियल से पुरे दिल्ली में बस शेल्टर बनाया जायेगा.
महिलाओं की सुरक्षा पर दिया गया है ध्यान.
दिल्ली में नए तरह के बस शेल्टर में महिलाओं की सुरक्षा का भी पुख्ता व्यस्था की गई है. रात में प्रॉपर लाइटिंग की व्यस्था रहेगी और cctv कैमरा से 24 घंटे निगरानी की जाएगी. स्टेनलेस स्टील वाली बस शेल्टर बनाने के लिए लगभग 252 करोड़ रूपये लगेंगे और मिक्स्ड स्टील यानि फाइबर वाले बस शेल्टर बनाने के लिए 171 करोड़ रूपये लगेंगे.
- इस पोस्ट के कुछ महत्वापूर्ण बिंदु.
- दिल्ली में नए तरह की बस क्यू शेल्टर बनाया जा रहा है.
- इस बस क्यू शेल्टर पर एक डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाया जायेगा.
- इस डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड पर आने वाली बसों की रूट से साथ टाइमिंग भी दिखाई जाएगी.
- सुरक्षा की दृष्टीकोण से cctv कैमरा और पर्याप्त लाइटिंग होगा.
- लोगो के बैठने के लिए भी पर्याप्त जगह होगा.
- अभी ITO बस स्टैंड पर ट्रेल चल रहा है.
- दो तरह के प्रोटोटाइप पर विचार किया जा रहा है. पहला स्टेनलेस स्टील और दूसरा फाइबर की बनी बस स्टैंड.