दोस्तों 1 अप्रैल से राजधानी पटना में अब प्रदुषण को लेकर आप डीजल से चलने वाला बस और ऑटो नहीं चला सकते है | इसीलिए अब लोग धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक और cng की तरफ शिफ्ट होते जा रहे है | धीरे-धीरे शहर में गाड़ी की संख्या बढ़ रही है अब इसको ध्यान रखते हुए सरकार ने 12 और cng स्टेशन खोलने का एलान किया है जिससे शहर में एक ही पंप पर लोगों की भीड़ नहीं बनी रहे |
पटना और आसपास के इलाके जैसे खगौल फुलवारीशरीफ और दानापुर में डीजल से चलने वाले ऑटो-रिक्शा पर प्रतिबंध लगने के बाद से ड्राइवर पूर्ण रूप से CNG पर आश्रित हो गए हैं। क्योकि सभी ऑटो को CNG पर चलाना अनिवार्य कर दिया गया है। GAIL-पटना के महाप्रबंधक एके सिन्हा ने बताया कि राजधानी पटना में आपूर्ति और मांग लगभग बराबर हो गई है।
आपको बता दे कि पटना में पहले से 19 cng स्टेशन है अब और 12 होने से 19 से बढ़कर संख्या 31 हो जायेगी | साथ ही उन्होंने बताया कि 12 नए स्टेशन दानापुर, गांधी मैदान, बांस घाट, दीघा, कुर्जी, फुलवारीशरीफ में ट्रांसपोर्ट कॉम्प्लेक्स, सगुना मोड़, गोला रोड, और बाईपास रोड पर बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों पर CNG को मोबाइल कैस्केड (सिलेंडरों के नेट) के माध्यम से ले जाया जाता है और फिर CNG डिस्पेंसर के माध्यम से वाहनों तक पहुंचाया जाता है।