दोस्तों कुछ दिन पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर अंकुश लगाया था | वहीँ अब सरसों की नई पैदावार बाजार में आ गई है। इससे सरसों तेल का न्यूनतम भाव पांच रुपये लीटर नीचे आया है। साथ ही पाम रिफाइंड में भी 10 रुपये लीटर की राहत मिली है। हालांकि सोया रिफाइंड का भाव उच्च स्तर पर टिका हुआ है।
यह मामूली राहत भी कब तक रहेगी कहा नहीं जा सकता क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिफाइंड उबल रहा है। सरसों की नई पैदावार बाजार में आ गई है। इससे सरसों की कीमत भी नीचे आई है। पीला सरसों का थोक भाव 98 से घटकर 90 रुपये पर आ गया है। काला सरसों का भाव भी 78 से घटकर 70 रुपये किलो पर आ गया है। सरसों की आमद राजस्थान और मध्य प्रदेश से होती है। सरसों की कीमत घटने के कारण सरसों तेल का न्यूनतम भाव 170 रुपये से गिरकर 165 रुपये लीटर हो गया है।
हालांकि अधिकतम भाव अभी 200 रुपये लीटर पर ही टिका हुआ है। पाम रिफाइंड में 10 रुपये की अच्छी राहत मिली है। इसका भाव 165 रुपये से घटकर 155 रुपये लीटर हो गया है। सोया रिफाइंड का भाव 175 से 180 रुपये लीटर के उच्च स्तर पर टिका हुआ है। बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश तलरेजा ने कहा कि खाद्य तेलों में और राहत मिलनी चाहिए क्योंकि सरकार की ओर से उपलब्धता बढ़ाने के साथ ही जमाखोरी पर कदम उठाये गए हैं।
सरसों की नई पैदावार भी बाजार में आ गई है। इसलिए सरसों तेल का भाव 10 रुपये लीटर कम होना चाहिए था लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में रिफाइंड उबल रहा है। इंडोनेशिया, मलेशिया से रिफाइंड भारत आता है लेकिन वहीं पर महंगाई चल रही है। अर्जेंटीना में सोया की फसल कमजोर है। कुल मिलाकर महंगाई को हवा देने वाली ही स्थितियां दिखाई दे रही हैं। यह ङ्क्षचता की बात है।