दोस्तों अगर आप मोबाइल रिचार्ज की देखे तो पिछले साल के आखिरी महीने में सभी प्लान का मोबाइल रिचार्ज बढ़ा दिया गया था | फिर लोगों ने आवाज उठाई कि महीने होती है 30 दिन 31 दिन का तो मोबाइल रिचार्ज 28 दिन का क्यों तो इसको लेकर जगह-जगह पर आवाज उठाया गया सोशल मीडिया के माध्यम से फिर trai ने निर्देश दिया 28 जनवरी को जो अब सारी कम्पनी अपने रिचार्ज प्लान को 28 दिन से 30 दिन करे 60 दिन यानी दो महीने के अंदर लेकिन 60 दिन से 120 दिन होने जा रहा है | इस पर किसी भी कम्पनी ने किसी तरह का बदलाव नहीं किया है |
और बता दे कि दिसम्बर में जो रिचार्ज प्लान जिओ सहित सभी कम्पनी ने बढ़ाया था अब उसका भी असर देखने को मिल रहा है | बता दे कि एक आंकड़ा के मुताबिक रिलायंस जियो के सब्सक्राइबर्स की संख्या में लगभग कमी आई है। 1 करोड़ 10 लाख।
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी ने एक डेटा जारी किया है, जिसके मुताबिक रिलायंस जियो ने कहा है कि मार्च 2022 की पहली तिमाही में कंपनी के शुद्ध लाभ में 24 फीसदी का इजाफा हुआ है और इस तिमाही में यह मुनाफा 4,173 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
दरअसल यह वृद्धि बढ़े हुए टैरिफ, सब्सक्राइबर मिक्स और FTTH सेवाओं के कारण हुई है। Reliance Jio ने जानकारी दी है कि परिचालन के कारण साल-दर-साल स्टैंडअलोन राजस्व में 20.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो कि 20,901 करोड़ रुपये है। वहीं, टैरिफ बढ़ाने के बाद कंपनी के ग्राहक आधार में 1 करोड़ 9 लाख की कमी आई है।
मार्च 2022 को समाप्त तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ 23 प्रतिशत बढ़कर 4,313 करोड़ रुपये हो गया, जबकि सकल राजस्व 21 प्रतिशत बढ़कर 26,139 करोड़ रुपये हो गया। इसके अलावा कुल ग्राहक आधार 412 मिलियन रहा है जबकि औसत राजस्व प्रति यूनिट (ARPU) 167.7 रुपये प्रति ग्राहक प्रति माह है।
वहीं, दिसंबर में यह आंकड़ा 151.6 रुपये प्रति ग्राहक प्रति माह था। साल दर साल आधार पर देखें तो एआरपीयू ने 21.3 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की थी, जबकि तिमाही आधार पर 10.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है। पहली तिमाही के दौरान कंपनी का कुल ट्रैफिक 24.6 बिलियन जीबी (24 बिलियन 600 मिलियन जीबी) था, जो 47.5 प्रतिशत की वृद्धि थी। हालांकि, कंपनी ने इसके अलावा ग्रोथ दर्ज की है। इस वर्ष कंपनी का सकल राजस्व 95,804 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.1 प्रतिशत अधिक है।
वहीं, वित्त वर्ष 22 के लिए Jio प्लेटफॉर्म्स का शुद्ध लाभ 15,487 करोड़ रुपये बताया गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 23.6 प्रतिशत की वृद्धि है। कंपनी के बयान में कहा गया है कि टैरिफ बढ़ोतरी जो दिसंबर में हुई थी। वहीँ ग्राहकों में लगभग 1 करोड़ से अभी अधिक ग्राहक की कमी देखने को नज़र आई है |