देश के सर्वश्रेष्ठ एवं आज तक के वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना का आज शुक्रवार (अप्रैल 30, 2021) को हृदयाघात के कारण निधन हो गया। वो कोरोना वायरस से संक्रमित थे। इसी बीच आप लोगों को रोहित सरदाना के एक ऐसे रोचक तथ्य के बारे में बताएं जो आपने कभी नहीं सुना होगा।

जब एक लाइव वीडियो सेशन के दौरान धरम यादव नामक यूजर ने रोहित सरदाना से पूछा कि ये ‘गोदी मीडिया’ क्या होता है? तब आसान भाषा में रोहित सरदाना उस युवक को समझाया। आप सब जहाँ भी मोहल्ले में या स्कूल-कॉलेजों में पढ़ते होंगे।

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वहाँ आस-पास में कुछ कुछ बदमाश लड़के होते हैं। जो चौराहे पर बैठे रहते हैं और उनकी नजर हमेशा मोहल्ले में रहने वाले और कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों पर ही होती है। उन्होंने आगे समझाया, इन गुंडों को जो लड़की पसंद आ जाती है, उसके बारे में कहने लगते हैं.

कि ये सबकी भाभी है, इसका सम्मान करो। अगर वो लड़की मना कर दे कि दोस्ती पसंद नहीं है। तो वो सब मिल कर उस लड़की को आवारा-बदचलन घोषित कर देते हैं। दीवारों पर जा-जा कर उसके खिलाफ लिख देते हैं। डिबेट शो ‘दंगल’ के एंकर ने कहा कि इस समय की स्थिति में कमोबेश यही है।

अगर तुम हमारी गोद में नहीं बैठोगे तो हम तुम्हें बदनाम करने में लग जाएँगे: आगे उन्होंने कहा कि जिन राजनीतिक पार्टियों की गोद में हम नहीं बैठे हैं। वो जा-जा कर दीवारों पर ‘गोदी मीडिया, गोदी मीडिया’ लिख देते हैं। उनका ये कहना है कि अगर तुम हमारी गोद में नहीं बैठोगे तो हम तुम्हें बदनाम करने में लग जाएँगे।

रोहित सरदाना ने कहा कि ऐसों से तो जनता ही निपट सकती है, निपटा भी रही है। उन्होंने कहा कि जब इनके हिसाब से बोला जाए तो ये वाह-वाही करते हैं और इनके रुख के विपरीत हो तो ‘गोदी मीडिया’ चिल्लाने लगते हैं। मूल रूप से उनका दर्द वही है, जो चौराहे पर बैठे हुए मनचलों और बदमाशों का होता है। यही ‘गोदी मीडिया’ की सच्चाई है।

गोदी मीडिया का मतलब क्या है: आपने अक्सर लिबरल गिरोह के पत्रकारों को और विपक्षी नेताओं को उनके लिए ‘गोदी मीडिया’ का प्रयोग करते हुए देखा होगा, जो उनके रुख से सहमत नहीं होते।

किसी भी मीडिया संस्थान या न्यूज़ पोर्टल के लिए इस शब्दावली का इस्तेमाल कर दिया जाता है। इसी बात को लेकर आज तक के पत्रकार रोहित सरदाना ने एक वीडियो के माध्यम से काफी रोचक तरीके से समझाया है कि ये ‘गोदी मीडिया’ क्या होता है?

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...