मार्च का महिना आते ही ठंड खत्म हो जाता है और होली आती है मार्च के महिना को लोग होली का महिना कहा जाता है | होली मूल रूप से रंग और अबीर का त्योहार माना जाता है | लेकिन इसे लोग पकवानों की त्योहार के नाम से भी जानते है | और इस होली आपके जेब पर पड़ने वाला है असर अन्तराष्ट्रीय बजारों में दिन प्रति दिन खाद्य तेल की दामों में वृद्धि हो रही है | इसका सीधा असर भारतीय बजारों पर भी पर रहा है |
अभी कुछ दिनों से दो देशों के बीच घमाशान युद्ध चल रही है | बता दे की रूस और युक्रेन के बीच पिछले कुछ समय से बवाल युद्ध चल रहा है जिसमे सिर्फ उन दोनों देश की ही नहीं बल्कि बाकी और भी देश सबको कुछ न कुछ नुक्सान सहना पड़ रहा है | खबर मिली है की इस साल सरसों की खेती में बम्पर हुई है सब बार से बेहतरीन इस बार सरसों की खेती हुई है | लेकिन फिलहाल अभी खाने के सरसों तेल की कीमत नर्म है लेकिन होली को लेकर इसका दाम दिन पर दिन बढ़ोतरी होने की संभावना है |
आपको हम कुछ आंकड़ा बतलाते है | थौक बजारों के आधार पर :
- आरबीडी पामोलीन के दाम : 130 रुपये से बढ़कर 157 रुपये
- कच्चे पाम तेल के दाम : 128 रुपये से बढ़कर 162 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।
- देसी तेलों में सोयाबीन रिफाइंड के दाम : 131 रूपये से बढ़ाकर 160 रूपये कर दिए गए है |
- सूरजमुखी तेल के दाम : 130 रुपये से बढ़कर 165 रुपये
- मूंगफली तेल के दाम : 135 रुपये से बढ़कर 157 रुपये प्रति किलो हो गए हैं।
- सरसों तेल के दाम : 165 रुपये से घटकर 152 रुपये प्रति किलो हो गयी हैं।