बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं तो मरीजों की मौतें भी हर दिन हो रही हैं. लेकिन राज्य की राजधानी पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में मरीजों की मौत के बाद डॉक्टर्स को उनके परिजनों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है. आज तड़के भी एक मरीज की मौत हो जाने के बाद आफत डॉक्टर्स की जान पर आ बनी. मरीज के मरने के बाद उसके परिजन भड़क उठे और अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी. इस दौरान जान बचाने के लिए डॉक्टर्स को खुद को एक कमरे में बंद करना पड़ा.

दरअसल, पटना एनएमसीएच के सर्जरी वार्ड में एक मरीज हो गई. इसके बाद मरीज के परिजनों ने लगभग सुबह 4 बजे हंगामा शुरू कर दिया और तोड़फोड़ करने लग गए. आक्रोशित परिजनों ने सर्जरी वार्ड के बाहर कई सामानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टरों को निशाना बनाया. काफी देर तक डॉक्टरों और मरीज के परिजनों के बीच गाली-गलौज भी हुई.

Also read: India New Expressway: इसी साल में बनकर तैयार होंगे भारत का दूसरा सबसे लंबा सूरत-चेन्नई एक्सप्रेसवे, निर्माण में खर्च किये जायेंगे 50 हजार करोड़ रुपये

Also read: Bullet Train In Rajsthan: दिल्ली – अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत राजस्थान के 7 जिलों के 335 गावों से होकर भी गुजरेगी बुलेट ट्रेन, खबर में जानिए पूरी डिटेल्स…

हालात ऐसे हो गए कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने अपनी जान बचाना भारी पड़ गया. उन्होंने किसी तरह से खुद को कमरे के अंदर बंद कर लिया. बताया जाता है कि गुस्साए लोगों ने कमरे दरवाजा खोलने की कोशिश की.

यह पूरी घटना पुलिस सुरक्षा के बावजूद घटी. इस घटना से अब डॉक्टर्स गुस्से में हैं. डॉक्टरों का आरोप है कि घटना के वक्त पुलिसवालों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस समय पर नहीं आई. इधर, परिजनों ने आरोप लगाए कि डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की जान गई है.

हालांकि पटना एनएमसीएच में पिछले एक हफ्ते में हंगामे का यह तीसरा मामला है. इससे पहले 22 अप्रैल-23 अप्रैल को हंगामा देखने को मिला था. कोरोना में जान पर खेल मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी. 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...