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बिहार : मुंगेर और बेगुसराई के लोग सहित पुरे बिहार के लोगों का वर्षो का सपना अब जाकर साकार हुआ है |दरअसल, स्थानीय लोग एवं खगड़िया, मुंगेर व बेगूसराय के लोग पहली बार पुल पर चढ़ कर मजा लेना चाह रहे थे. इन्हें इस बात का सुखद अनुभव हो रहा था कि कल तक जहां नाव से आते-जाते थे वहां गाड़ियों से फर्राटा भरते हुए महज 5 से 10 मिनट में ही इस पार से उर पार चले जा रहे थे | लोगों में ख़ुशी का माहोल था और क्यूँ न हो वर्षो बाद सबका सपना जो साकार हुआ था |

वहां के स्थानीय लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि काफी अच्छा लग रहा है. बिहार में लगातार विकास हो रहा है. बेगूसराय और मुंगेर की दूरी और खगड़िया की दूरी कम हो गई है. लोग अपनी खुशी का इजहार करते हुए यह गीत भी गा रहे थे- ऊपर हवा गाड़ी, बीचे रेल गाड़ी, नीचे बहे गंगा धार हो…

बता दें कि गंगा नदी पर बने रेल रोड ब्रिज यानी श्रीकृष्ण सेतु पर आवागमन शुरू हो गया. सीएम नीतीश कुमार इसके लिए मुंगेर पहुंचे और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े पहुंच पथ जनता की आवाजाही के लिए खोल दिया गया.

मुंगेर में 14.5 किलोमीटर लंबे एनएच 333बी के अन्तर्गत गंगा नदी पर रेल-सह-सड़क पुल की पहुंच पथ परियोजना करीब 19 साल बाद पूरी हुई. बता दें कि मुंगेर रेल रोड ब्रिज का प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने जन्मदिन के दिन यानी 26 दिसंबर 2002 को इसका शिलान्यास किया था. उस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र में रेल मंत्री थे और इस कार्यक्रम में भी मौजूद थे.

मालूम हो कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के उपलक्ष यानी 26 दिसंबर 2002 को इसका शिलान्यास किया गया इस समय नीतीश कुमार जी रेल मंत्री थे जो इस कार्यक्रम में शामिल थे. 2016 को तत्कालीन रेल मंत्री मनोज सिन्हा जी ने मुंगेर रेल सड़क पुल के रेल पुल वाले हिस्से का उद्घाटन किया था.

जिसके साथ ही यहां रेल सेवा शुरू हुई थी लेकिन किसी कारणवश सड़क पुल निर्माण में रुकावटें आ रही थी पर किसी तरह इसका भी निवारण किया गया और अब पूल आम जनता के लिए खोल दिया गया है रोड के निर्माण में लगभग 696 करोड रुपए खर्च हुए हैं. इस रोड ब्रिज की लंबाई लगभग 14.5 किलोमीटर बताई जाती है जो खगड़िया बेगूसराय और मुंगेर को जोड़ता है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...