पिछले दो साल से महामारी को लेकर लोगों की काम धाम उतनी अच्छी तरीके से नहीं चल रही है | और काफि लोगों के sallery में भी कुछ इजाफा नहीं किया गया है | तो बता दे उन लोगों के लिए इस साल कंपनियां 10 फीसदी से ज्यादा वेतन बढ़ाने की तैयारी में हैं. ऐसा होता है तो सैलरी में होने वाली बढ़ोतरी कोरोनाकाल से पहले के स्तर पर पहुंच जाएगी.
कॉर्न फेरी इंडिया (Korn Ferry India) ने अपनी सालाना सर्वे रिपोर्ट में कहा है कि साल 2022 में औसत सैलरी इजाफा 9.4 फीसदी होने का अनुमान है, जबकि साल 2021 में औसतन बढ़ोतरी 8.4 फीसदी थी. इतना ही नहीं कोरोनाकाल से पहले 2019 में औसतन 9.25 फीसदी सैलरी बढ़ी थी. सर्वे में ज्यादातर कारोबारियों ने कहा है कि इस साल बिजनेस पर महामारी का ज्यादा असर नहीं दिखेगा. इससे कंपनियों को अपना मुनाफा बढ़ाने में भी मदद मिलेगी |
जानिये क्यों बढ़ी सैलरी की उम्मीद
बीती कुछ तिमाहियों से कंपनियां तगड़े मुनाफे वाले नतीजे घोषित कर रही हैं. सैलरी में इजाफा काफी हद तक बिजनेस के प्रदर्शन, इंडस्ट्री मैट्रिक्स (industry metrics) और बेंचमार्किंग ट्रेंड्स (benchmarking trends) पर निर्भर करेगा. इसके अलावा टैलेंट को अपने साथ जोड़े रखने के लिए भी कंपनियां सैलरी में बड़ा इजाफा करना चाहती हैं. सर्वे में पाया गया कि 40 फीसदी कर्मचारी सक्रिय रूप से नई नौकरी की तलाश में हैं |
सबसे ज्यदा इस सेक्टर में बढ़ेंगे सैलरी
जानकारी के मुताबिक टेक कंपनियों के कर्मचारियों की सैलरी इस साल 10.5 फीसदी और कंज्यूमर क्षेत्र में 10.1 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है. इसके बाद लाइफ साइंस में 9.5 फीसदी, सर्विस, ऑटो और केमिकल कंपनियों में 9 फीसदी तक सैलरी बढ़ सकती है. सर्वे में शामिल 786 कंपनियों में से 60 फीसदी ने अपने कर्मचारियों को वाई-फाई कवरेज का भत्ता देने की बात कही है. महज 10 फीसदी कंपनियों ने यात्रा भत्ता कम करने या रद्द करने की बात कही |