हद है, एक ओर जहां पूरी दुनिया कोरोना की गिरफ्त में आकर वैसे ही अपनी आखिरी सांसें गिनने में मसरूफ है, और दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी अजीबोगरीब लोग हैं, जिन्हें कुछ नहीं सूझा तो अपनी शराब की भूख मिटाने के लिए सैनिटाइजर ही पी गए. आपको पता ही है कि कोरोना के बेकाबू हो चुके कहर को काबूकरने के लिए सरकार कई जगहों पर लॉकडाउन लगा चुकी है. ऐसे में जिन इलाकों में लॉकडाउन है, वहां शराब की खरीद बिक्री पर पूरी तरह से रोक है.

अब ऐसे में उन लोगों के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है, जो शराब के बिना एक दिन भी नहीं रह सकते हैं.बस इतना समझ लीजिए कि अब ऐसे लोगों का हाल बेहाल हो चुका है. हालात ऐसे बन चुके हैं कि यह लोग अब अपनी शराब की भूख शांत करने के लिए कुछ भी करने पर आमादा हो रहे हैं. एक ऐसा ही ताजा मामला यवतमाल जिले के वणी शहर से सामने आया है,

जहां कुछ लोग शराब की भूख से इस कदर बेहाल हो चुके थे कि उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें और क्या न करें. वो भी ऐसे आलम में जब शराब मिलना मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन बन चुका है.खैर, कहते हैं कि सच्चा दोस्त वही होता है, जो मुश्किल घड़ी में अपने दोस्त का साथ निभाए.

इन नशेड़ियों की महफिल में एक शख्स ने कहा कि क्यों न हम अपनी शराब की भूख को शांत करने के लिए सैनिटाइजर ही पी लेते हैं. अब उसे यह कहां से पता चला कि सैनिटाइजर का सेवन करने से शराब जैसा सुख प्राप्त हो सकता है.खैर, यह तो वही बता सकता है.

, जैसे ही नशेडियों की इस महफिल को यह मालूम पड़ा कि सैनिटाइजर का सेवन करने से उन्हें शराब का सुख प्राप्त होगा, तो अभी कुछ देर पहले तक मायूस रहने वाले इनके चेहरे एकाएक मुस्कुरा गए और,

फिर क्या, एक साथ जुट गए सारे यार और बनाने लगे सैनिटाइजर से लबालब भरा पैग.पहले एक ने लगाई, फिर दूसरे, फिर तीसरे ने, इस तरह सातों सैनिटाइजर का पैग लगाते गए, और फिर जो हुआ, उसे देखते ही सभी सन्न रह गए. 

कहे तो सैनिटाइज का सेवन करने से सातों यारों की मौत हो गई. स्पष्ट रूप से तो जानकारी नहीं है, मगर बताया जा रहा है कि इन सातों में से कुछ लोगों के शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है और कुछ लोगों के शवों को बिना पोस्टमार्टम  कराए ही अंतिम संस्कार करा दिया गया.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...