बिहार में नेशनल हाइवे का जाल बढ़ता ही जा रहा है। राज्य और केंद्र सरकार के बीच तालमेल का फायदा लगातार मिल रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने राज्य में राष्ट्रीय उच्च पथ (एनएच) की दो और योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सोमवार को इस आशय की जानकारी दी। जिन योजनाओं को अनुमति दी गई है उनमें एक एनएच-122 बी और दूसरी एनएच 527 ई है। एनएच 527 ई दरभंगा से रोसड़ा के बीच है। इसके निर्माण पर 495 करोड़ रुपए खर्च होंगे और दूसरी सड़क 122 बी हाजीपुर-महनार-बछवाड़ा है। इसके निर्माण पर 470 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पथ निर्माण मंत्री ने कहा कि शीघ्र ही इन दोनों सड़कों की निविदा होगी।
बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के अनुसार एनएच122 बी और एनएच 527 ई के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से स्वीकृति मिल गयी है. इन दोनों नेशनल हाइवे के बनने से बिहार के वैशाली (Vaishali), दरभंगा (Darbhanga) और समस्तीपुर (Samastipuur) और बेगूसराय (Begusarai) के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा |
मिली जानकारी के अनुसार 527 ई हजमा चौक, लहेरियासराय से समस्तीपुर जिला होते हुए रोसड़ा को आमस-दरभंगा पथ से जुड़ेगी. इस सड़क के बनने से दरभंगा से रोसड़ा जाने वाले लोगों को सहूलियत मिलेगी. वहीं एनएच 122 बी हाजीपुर में महात्मा गांधी सेतु के पास से निकलकर पुराने एनएच 28 पर बछवाड़ा के समीप मिलेगी. इसके निर्माण के बाद पटना से बरौनी जाने वाले लोगों एक तरह से वैकल्पिक मार्ग की सुविधा मिल जाएगी. बताया जाता है कि यह सड़क दो लेन वाला होगा |
पथ निर्माण मंत्री ने यह जानकारी दी कि एनएच 122 बी नवघोषित राष्ट्रीय उच्च पथ है। हाजीपुर में महात्मा गांधी सेतु के समीप से निकलकर यह पुराने एनएच-28 पर बछवाड़ा के समीप मिलेगी। इस सड़क का निर्माण दो लेन में होना है। पटना से बरौनी के बीच यह वैकल्पिक मार्ग होगा। एनएच 527 ई भी नवघोषित एनएच है। यह हजमा चौक, लहेरियासराय से समस्तीपुर जिला होते हुए रोसड़ा को आमस-दरभंगा पथ से जोड़ेगी। इसके निर्माण से दरभंगा से रोसड़ा जाने में सहजता हो जाएगी। उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोडऩे की एक अलग संपर्कता भी मिलेगी।