हेलीकाप्टर क्रेश होने की वजह से जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी एवं उनके साथी का शहीद होने की खबर पुरे देश को सदमा में डाल दिया है सभी लोग बहुत दुखी है | बता दे की भारत को एक अपूरणीय क्षति हुयी है | ज्ञात हो की तमिन्लादु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले CDS जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 लोगों को आज अंतिम सलामी दी गई. सीडीएस जनरल बिपिन रावत की बेटियों ने माता-पिता का अंतिम संस्कार किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दूसरे देशों के अधिकारियोंसमेत कई हस्तियां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए श्मशान घाट पहुंचीं |
श्मशान भूमि में एक ही चिता पर दोनों के शवों को बेटियों कृतिका व तारिणी ने मुखाग्नि दी तो आंखें नम हो गईं। वहां मौजूद हजारों लोग ‘भारत माता की जय’, ‘जनरल रावत अमर रहें’, ‘उत्तराखंड का हीरा अमर रहे’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, रावत जी का नाम रहेगा’ नारे लगा रहे थे।
बता दे की इससे पहले हिंदुस्तान के सपूत जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर शुक्रवार को बेस हॉस्पिटल से उनके आवास लाया गया. यहां सीजेआई एनवी रमन्ना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. सीडीएस बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिनी ने अपने माता-पिता को श्रद्धांजलि दी. इससे पूर्व जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी देने के साथ ही 33 सैन्यकर्मियों ने आखिरी विदाई दी। राष्ट्रपति के निधन पर 21 तोपों से सलामी देने की परंपरा है और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को 17 तोपों की सलामी दी जाती है।
17 तोपों की दी गई सलामी :
जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर ले जाया गया, जहां शाम करीब 5 बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया. जहां सीजेआई एनवी रमन्ना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत तमाम नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी |