बिहार में फिर से बालू की खनन की आदेश मिल गयी है अनुमान लगाया जा रहा है की बहुत जल्द अब बालू पहले के रेतो की अपेक्षा सस्ता भी हो सकता है | बता दे की बिहार की राजधानी पटना सहित आठ जिलों में नवंबर से बालू खनन की संभावना है. इसके लिए सभी आठ जिलों के बालू घाटों की नये सिरे से बंदोबस्ती प्रक्रिया शुरू हो चुकी है | इनमे इनमें पटना, सारण, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, गया, जमुई और लखीसराय शामिल हैं. इन जिलों में बालू खनन पिछले कुछ दिनों से बंद था | अभ नये बंदोबस्तधारियों को बालू खनन की जिम्मेदारी मिलने पर स्थानीय लोगों को आसानी से उचित कीमत पर बालू मिल सकेगा |
बिहार की राजधानी पटना, सारण, भोजपुर, गया, औरंगाबाद, रोहतास, जमुई और लखीसराय जिलों की नदियों से नए सिरे से बालू का खनन होना है। एक अक्टूबर हो ही राज्य मंत्रिमंडल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। हालांकि, पर्यावरणीय स्वीकृति के पुराने प्रमाण-पत्रों के आधार पर एजेंसी या ठीकेदार चयन के विरोध में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण में मामला दायर होने के बाद एजेंसी चयन की प्रक्रिया रोक दी गई थी।
अभी हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने खनन पर लगी रोक को निरस्त करते हुए एजेंसी चयन के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के बाद अब निगम ने एजेंसी चयन का काम शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि चार दिसंबर तक एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सूत्रों के अनुसार बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड ने पटना, सारण, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, गया, जमुई और लखीसराय के बालू घाटों की बंदोबस्ती के लिए टेंडर निकाला है. इसके तहत एक एजेंसी को अधिकतम दो बालू घाटों या 200 हेक्टेयर में से जो कम हो, उसकी बंदोबस्ती मिलेगी. टेंडर भरने की अंतिम तिथि 10 दिसम्बर को शाम पांच बजे तक है. वहीँ 6 दिसम्बर को इसका तकनीकी बिड खोला जायेगा |