बिहार के मुंगेर रेल सह सड़क पुल का काम लगभग खत्म हो गया है | अब उम्मीद है की इस महीने के बाद अगले महीने से इस पूल पर गाड़ी का परिचालन शुरू कर दी जायेगी | बता दे की इस पूल को निर्माण करने में सभी को लगभग 20 वर्षो का लम्बा इंतजार करना पड़ा है | तब जाकर यह सपना साकार हुआ है | वर्षों से अटके रहने के कारण इसकी लागत करीब तीन गुना बढ़ चुकी है. इस पूल का टेंडर पहला बार में लगभग 921 करोड़ का दिया गया था लेकिन जैसे जैसे समय बीतता गया रेट बढ़ता गया वहीँ अब सरकार को इसका रेट तीन गुना उठाना पड़ा है मतलब करीब 2774 करोड़ रुपया लगाकर लगभग 20 वर्षो में इस पूल का निर्माण कराया गया है |
इस महासेतु के निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत उत्तर बिहार एवं दक्षिण बिहार को जोड़ने के लिए नया सेतु उपलब्ध होगा, जिससे इस क्षेत्र में विकास की नयी धारा बहेगी. मोकामा में राजेन्द्र सेतु और पटना में जेपी सेतु के बाद राज्य में गंगा नदी पर यह तीसरा रेल सह सड़क पुल होगा | और इस पूल के बन जाने से लोगों को बहुत राहत मिलेगी | और खासकर पटना वासी सहित बिहार प्रदेश के अन्य लोगों को भी जाम से मुक्ति मिलेगी | सूत्र के मुताबिक इस पूल का उद्घाटन दिसम्बर महीने के 25 तारीख को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन पर किया जाएगा |
मुंगेर डीएम ने बताया कि राज्य सरकार की पहल से अब इस योजना को बड़ी तेज गति से अंजाम तक पहुंचा रहा है और 25 दिसंबर 2021 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर इसका लोकार्पण किया जाएगा और इस पर आवागमन शुरू हो जाएगा मुंगेर गंगा रेल सह सड़क पुल से चार साल पहले रेल परिचालन तो शुरू हो गया है, लेकिन 18 साल होने को है, बावजूद सड़क पुल को अब तक शुरू नहीं करवाया गया. हालांकि अब इसके पूरा होने की सूचना है |