AddText 04 15 04.20.42

बिहार में बेकाबू कोरोना वायरस को लेकर सरकारी और निजी स्कूलों को 18 अप्रैल तक बंद रखा गया है. सभी शिक्षण संस्थान 18 अप्रैल तक नहीं खुलेंगे. लेकिन अब सरकार में स्कूलों में शिक्षकों की मौजूदगी को लेकर नया फरमान जारी किया है.

कोरोना को देखते हुए शिक्षा विभाग में फैसला किया है कि अब किसी भी स्कूल में केवल एक तिहाई शिक्षक ही 1 दिन में मौजूद रहेंगे.

बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इस बात को लेकर चिंता व्यक्त की है कि कोरोना संक्रमण के कारण स्कूलों को मजबूरी में बंद रखना पड़ रहा है. 18 अप्रैल तक के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं

और आगे समीक्षा के बाद ही इन्हें खोलने या बंद रखने का फैसला किया जाएगा. लेकिन सरकार के नए आदेश के मुताबिक अब स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को भी सीमित किया गया है.

शिक्षा विभाग की ओर से जारी नए आदेश के मुताबिक इस अवधि में प्रिंसिपल और टीचर स्कूल के कार्यालय संबंधी अभिलेखों का निरीक्षण, भेजे जाने वाले प्रतिवेदनों का अपडेट, लेखा-संधारण का लंबित कार्य करेंगे.

साथ ही अभी राजस्व विभाग द्वारा भूमि सर्वे का भी कार्य चल रहा है. ऐसी स्थित में वे अपने स्कूल की भू-परिस्थिति संबंधी दस्तावेजों को खोजकर सीओ कार्यालय से उसका सत्यापन कराएँगे.शिक्षा विभाग ने कहा है कि जिन जिलों में अभी सर्वे का काम शुरू नहीं हुआ है. वहां भी अभिलेख आदि प्राप्त कर आगे की तैयारी कर लेंगे.

AddText 04 15 04.18.27

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...