बिहार सरकार ने 210 रूट पर बस चलाने का फैसला किया है. वैसे तो बिहार के कई शहरों से झारखंड के कई शहरों के लिए बसें चलती हैं, लेकिन 210 मार्गों पर बस चलने से यात्रियों को बिहार से दूसरे राज्य जाने में काफी सहूलियत होगी. अधिकारियों की मानें तो इस बाबत 19 नवंबर को परिवहन आयुक्त के कार्यालय में बैठक होगी. इसमें बसों को परमिट देने पर अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है.
बिहार के सभी शहरों से झारखंड, यूपी व अन्य राज्यों में बसों का परिचालन होगा। बिहार परिवहन विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। इस क्रम में विभाग ने सबसे पहले बिहार और झारखंड के बीच 210 मार्गों पर बसों का परिचालन करने का निर्णय लिया है। बिहार विभाग ने बसों के संचालन के लिए वाहन मालिकों से 22 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन मांगा है। 26 अक्टूबर तक आवेदन की हार्ड कॉपी विभाग के कार्यालय में जमा करनी है।
बिहार विभाग के मुताबिक कई रूट ऐसी भी हैं, जिसमें बसों का परिचालन नहीं हो रहा है। इसमें बिहार के राजधानी पटना-बहरागोड़ा, आरा-गिरीडीह, भभुआ-रांची, गया-बोकारो, गया-देवघर, गया-दुमका, औरंगाबाद- गिरीडीह, जहानाबाद-बोकारो, नवादा-टाटा, नवादा- हजारीबाग, हिसुआ-रांची, मुंगेर-टाटा, जमुई-टाटा, जमुई-देवघर, बेगूसराय-टाटा, बेगूसराय-बोकारो, बेगूसराय-देवघर, खगड़िया-धनबाद, छपरा-रांची, छपरा-टाटा, छपरा-बोकारो, मुजफ्फरपुर- धनबाद, सीवान-हजारीबाग, भागलपुर-रांची, भागलपुर-हजारीबाग, बांका-टाटा, दरभंगा-बोकारो, हजारीबाग-किशनगंज आदि हैं।