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ऐसा कहा जाता है कीं अगर इंसान ठान ले तो वो दुनिया में कुछ भी कर गुजर सकता है | जी हाँ दोस्तों, उत्साह और कठोर परिश्रम के द्वारा किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। अगर कोई बच्चा किसी COMPETITIVE एग्जाम की तैयारी कर रहा है तो मानिये उसका एग्जाम और रिजल्ट का परिणाम के लिए पुरे मोहल्ला वाले के लिए दिल में इच्छा रहती है की हमारे मोहल्ला का लड़का सबसे आगे हो |

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दरअसल हम बात कर रहे है मुरैना जिले के रहने वाले दो भाई बहन नंदिनी अग्रवाल और सचिन अग्रवाल जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर वो इतिहास रच दी है जो बड़े बड़े की बस की बात नहीं | नंदिनी और सचिन मुरैना जिले के एक छोटे से गाव की रहने वाली है जिन्होंने कुछ दिन पहले ca की एग्जाम में १८वीं रैंक लाकर अपने परिवार की नाम रौशन की है | बता दे की सबसे कठिन एग्जाम में से ca की एग्जाम एक होती है |

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नंदिनी और सचिन के पिता नरेश चंद्र खुद एक टैक्स प्रैक्टिशनर हैं और इसी फील्ड में काम करते हैं। उनकी मां डिंपल एक हाउसवाइफ हैं और वो बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती थीं। नरेश चंद्र के खुद टैक्स फील्ड से जुड़े होने के कारण बच्चों को घर से ही इसकी प्रेरणा मिली थी। 

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नंदिनी और सचिन दोनों ने ही 2018 में सीए कोर्स लिया था। जब उन्होंने ये कोर्स चुना था तब पहले से ही पुराना कोर्स खत्म हो चुका था और नए कोर्स को चुनना ही उनका एकलौता विकल्प था। नंदिनी और सचिन वाकई बहुत ही मेहनती हैं और उन दोनों को ही सफलता की बहुत-बहुत बधाई।  

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सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...