ये मामला भारत क्र सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के राम पुर जिला के बताया जा रहा है | नब्बे साल के मौ. शफी अहमद द्वारा 75 साल की आरफ़ा से विवाह किए जाने को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस अनोखी शादी का जिक्र कर-करके थकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
उधर, नाना की शादी में नातियों ने जमकर लुत्फ उठाया। वहीं, बाराती बनकर पहुंचे ग्रामीणों की भी खूब खातिरदारी की गई। और यह शादी अभी पुरे गाव वालो के लिए चर्चा का विषय बना हुआ हिया |
उनकी पत्नी का देखंत करीब 25 वर्ष पूर्व में ही हो चूका था | फिर इन्होने अपनी बीटा बेटी के विवाह के पश्चात की अपनी शादी पत्नी का देहांत और पुत्रियों का विवाह हो जाने की वजह से करीब पच्चीस साल से ज़िंदगी अकेले जी रहा था। वह घर में ही एक परचून की दुकान चलाकर अपनी अकेली ज़िंदगी की गुजर बसर कर रहा था।
इसी बीच पुत्रियों ने नगर के मोहल्ला टांडा हुरमत नगर निवासी विधवा आरफा बी 75 वर्षीय को देखा और अपने पिता के साथ विवाह करने का प्रस्ताव रखा। पुत्रियों के अनुरोध पर विवाह के लिए आरफा बी राजी हो गई तथा उसने विवाह के लिए हां कर दी। महिला के हां करने पर मौ. शफी की वीरान जिंदगी में बहार आ गई।
नब्बे वर्षीय नाना के विवाह के गवाह उनके नाती भी बन गए।नाना की बारात में नाती नाचते-गाते पहुंचे।नाना के विवाह में नातियों ने जमकर डांस किया और खूब धमाल डाला। नातियों के चेहरे पर खुशी साफ देखी गई। नातियों ने बताया कि अगर उनके नाना का एक भी पुत्र होता तो वह विवाह नही करते।
बहु के हाथ का खाना खाकर ही ज़िंदगी की गुजर बसर करते।लेकिन, उनकी चारों पुत्रियां हैं।जिसकी वजह से वह अकेले ज़िंदगी गुजार रहे थे।विवाह के दौरान नातियों की खुशी का ठिकाना नही था।