तिरुपति बालाजी देश का सबसे बड़ा मंदिर है। बहुत से लोग अपनी मन्नतें पूरी करने के लिए मंदिर जाते हैं। भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए भगवान को कई तरह के प्रसाद चढ़ाते हैं |
और सब लोग यहाँ जाने के बाद भगवान से मन्नत मांगते हो चाहे कुछ भी हो दुनिया में सब लोगो के पास कोई न कोई चीज की कमी होती ही है | चाहे वो कितना बड़ा कियु न हो |
तो वहीं कई लोग अपने बाल भी चढ़ाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन बालों का क्या होता है? दरअसल, ये बाल ना सिर्फ बेकार होने वाले हैं, बल्कि बहुत काम के भी हैं। लोग तो सोचते है हमने भगवान की मन्नत पूरी की मुंडन करवा के लेकिन
मंदिर तक जाने वाले ये बाल कूड़ेदान में बर्बाद नहीं होते बल्कि ये बाल बिक जाते हैं। यह बालों का बहुत बड़ा बाजार लगता है। सुंदरता और सौंदर्य प्रसाधन की दुनिया में सुंदर बाल चाहने वाले लोगों की वजह से हमारे बाल लाखों में बिकते हैं। और यह एक तरह से लोगो का धंदा बन चूका है |
व्रत को पूरा करने के लिए बाल काटने का धंधा है। यही कारण है कि वे व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के लिए इतने मूल्यवान हैं। सूखे और कटे बालों की मांग और कीमत के कारण इसे आजकल काला सोना भी कहा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति अपने मन में सभी पापों और बुराइयों को छोड़ देता है, देवी लक्ष्मी उसके सभी दुखों का अंत कर देती है। इसलिए लोग यहां अपने बालों को अपने सभी पापों और पापों के रूप में छोड़ देते हैं। और भगवान की पूजा अरचना करते है |