लेखिका शिखा शर्मा अपनी फेसबुक पोस्ट से बहुत नाराज हूं और बोली इस महिला को हमारे शहीद जवान को अपमान की है इसके विरोध में राहगीरों की केस होनी चाहिए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए|
यह मामला असम की है घटना में जानकारी के अनुसार लेखिका शिखा शर्मा की पोस्ट से नाराज यह महिला उनके पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है कि हमारे 22 जवान शहीद हो गए तो उनको शहीद का दर्जा किसने दिया |
इसी के चलते उन पर राजद्रोह के विरोध में एफ आई आर दर्ज हो गई जिसके चलते हाईकोर्ट ने सजा दी और असम पुलिस ने भी धर दबोचा है |
सोशल मीडिया पर इस महिला शर्मा ने कुछ ऐसी बात कही की ड्यूटी के दौरान मरने वाले लोगों वेतन भोगी होते हैं एवं उसको शहीद का दर्जा किसने दिया अगर वह शहीद होते हैं तो बिजली विभाग में काम कर रहे लोग भी अगर ड्यूटी के दौरान मरते हैं तो वह शहीद में क्यों नहीं गिने जाते हैं यह कहना ना उस महिला की है |
वकीलों ने f.i.r. में कहा है कि यह हमारे जवानों का पवित्रता का अपमान है इससे हमारे जवानों के हमारे देश के सभी लोगों पर मौखिक हमला होता है और यह हमारे सहादत की पूरी तरह मान है इसी बात को लेकर दिसपुर की पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर ली है |