किसानों के हितों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष छह हजार रुपये दिए जाते हैं। एक किसान ने खुद्दारी की मिसाल पेश की है। युवा किसान का जब शिक्षक पद पर चयन हो गया.

तो वह किसान सम्मान निधि का पैसा लौटाने के लिए एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र देने पहुंचा। एसडीएम को पत्र देकर युवक ने कहा कि उसकी सरकारी नौकरी लग गई है। सरकार जो पैसा देगी, उसमें वह अपने पूरे परिवार का खर्च उठा सकता है। और उसने एप्लीकेशन देकर अपना रकम sdm को वापस कर दिया.

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अफसर ने भी इस फैसले को सराहनीय बताते हुए युवक की पीठ थपथपाकर हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि यह कदम दूसरों को सीख देना वाला है। सदर तहसील के सरकड़ा खास गांव निवासी ओमवीर ने बीएड की परीक्षा पास करने के बाद शिक्षक भर्ती के लिए बीते वर्ष आवेदन किया था।

परीक्षा में पास होने के साथ ही उनका शिक्षक पद के लिए चयन भी हो गया।उन्होंने बताया कि उनके परिवार में एक बीघा खेती है। पिता जायरी सिंह उस एक बीघा खेती में अनाज उगाने का काम करते हैं, साथ ही मेहनत मजदूरी करके दो छोटे भाई उदयवीर और ज्ञानेंद्र सिंह की पढ़ाई की फीस भी दी जाती है। 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना का प्रथम चरण से ही ओमवीर को लाभ मिल रहा था।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...