बलिया से छपरा रेल खंड पर बांसडीह रोड के पास करीब एक किलोमीटर के दायरे में फैली दलदल भूमि से ट्रेनों के गुजरते ही यात्रियों की सांसें अटक सी जाती थीं। कारण कि यहां की जमीन दलदल है। पटरियां ट्रेन का लोड झेल नहीं पाती थीं।

इसलिए यहां आकर हर ट्रेन सिर्फ 10 किलोमीटर की अधिकतम रफ्तार से चला करती थी। लेकिन एक माह पहले बलिया से बांसडीह रोड के बीच पिलर संख्या 60 के पास दलदली रेलवे ट्रैक को दुरुस्त करने का कार्य पूरा हुआ है। करीब एक किमी क्षेत्र की काली मिट्टी हटाई गई।

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यहां नई मिट्टी, गिट्टी, बजड़ी व रॉबिस डालकर दोहरीकरण कार्य पूरा किया गया है। एक नई लाइन तैयार कर ली गई है। मजबूत पत्थर डालकर इसे ट्रेन का हैवी लोड झेलने के काबिल बनाया गया है। अब यहां पर ट्रेनें प्रति घंटा 45 किलोमीटर की रफ्तार से दौडऩे लगीं हैं। रेलवे के इस प्रयास से रेल यात्रियाें को अब सफर से काफी सुविधा होगी।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...