यूपीएससी की परीक्षा भारत की सबसे सर्वश्रेष्ठ परीक्षाओं में से एक परीक्षा है इस परीक्षा में पुरे देश भर के अभ्यार्थी भाग लेते है. ओए उसमें से सबसे तेज अभ्यार्थी ही इसमें सफल हो पाते है इस परीक्षा को पास करने के लिए तीन फेज होती है पहली प्रीलिम्स एग्जाम और दूसरी मैन्स एग्जाम एवं तीसरा और आखिरी इंटरव्यू उसके बाद रिजल्ट प्रकाशित किया काटा है.

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आज के इस खबर में हम बात करने वाले है उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले प्रिंसबाबू के बारे में जो की बेहद साधारण परिवार से आते है. उन्हें भी इस बार के सिविल सर्विस की परीक्षा में सफलता हाथ लगी है. एक कहावत है न की सफलता एक दिन में नहीं मिलती लेकिन एक दिन जरूर मिलती है.

कोई भी परीक्षा को पास करने के लिए विद्यार्थी के अन्दर जज्बा होना चाहिए और जूनून होना चाहिए प्रस्थिति और समय चाहे कैसा भी हो लगे रहना चाहिए सब चीजें बदलती है प्रिंस बाबु के बारे में बताया जाता है की इन्होने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है.

इनके पिता जी सब्जी बेचते थे प्रिंस ने अपने जीवन में खूब संघर्ष देखे है और आज उसी का नतीजा है की प्रिंस यूपीएससी के इस परीक्षा में 505 वीं रैंक हाशिल कर अपने पिता सहित पुरे गाँव समाज का मान-सम्मान बढ़ाया. वहीँ प्रिंस ने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई यूपी बोर्ड से व इंटरमीडिएट की परीक्षा रामप्रकाश इंटर कॉलेज सुहेलवा पयागपुर से किया है.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...