AddText 03 20 01.25.01

बिहार के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ था कि बिहार के तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने

Also read: Vande Bharat Express : भागलपुर – हावड़ा के बीच चलाई जायेगी वन्दे भारत एक्सप्रेस, बचेंगे समय मिलेगी लग्जरी सुविधा, जानिये….

अपने कार्यकाल के 6 महीने पूर्व ही वीआरएस ले लिया था.

Also read: Petrol Disel Price : इन जगहों पर लगातार कम रहे तेल की कीमत, इन शहरों में हो रही महंगा जाने आपके क्षेत्रो में कितनी है भाव…

वीआरएस लेने के बारे में शामिल लगाया जा रहा था कि उन्हें विधानसभा में विधायक के रुप में सीट मिलेगी

Also read: Gold-Silver Price Today: गिर गया सोना का भाव तो महंगा हुई चांदी जानिये क्या है गोल्ड-सिल्वर की 10 ग्राम की कीमत

लेकिन ऐसा ना होने पर लोगों का ऐसा लगा कि मंत्रिमंडल उनको मंत्री पक्का बनाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ

Also read: बड़ी खबर : शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन अब चलेगी दुसरे मार्ग से बदल गया रूट, एक ट्रेन भी रद्द जानिये वजह…

हम आपको बता दें कि बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी retirement से 6 महीने पहले अपना नौकरी छोड़ दिया था

नेता बनने की चाह में फिर भी उन्हें विधायक की सीट नहीं मिली और नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्रिमंडल के रूप में शामिल नहीं किया

उसके बाद तो नहीं लग रहा था पूरे लोगों को विश्वास था

कि राजपाल कोठी से उन्हें जरूर जगह मिलेगी परंतु ऐसा भी नहीं

बतौर आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय ने 33 साल की सर्विस पूरी की है.

एसपी से लेकर डीआईजी, आईजी और एडीजी बनने तक के सफर में गुप्तेश्वर पांडे प्रदेश के 26 जिलों में काम कर चुके थे.

1993-94 बेगूसराय और 1995-96 में जहानाबाद के एसपी रह चुके हैं. हालांकि,

इन दोनों जिलों में अपने कार्यकाल के दौरान अपराधियों का खात्मा कर दिया था. वही, इन्हें कम्युनिटी पुलिस के लिए भी जाना जाता था.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...