गाजियाबाद की 161 ग्राम पंचायतों में से 41 पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गई है। इनमें आगे भी कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए अलग तरह का लॉकडाउन जारी किया गया है। इन गांवों में स्वैच्छिक सामुदायित कंटेनमेंट घोषित करते हुई नई गाइडलाइन जारी की गई है। इन गाइडलाइन का पालन गांव का हर व्यक्ति करेगा।

पंचायत चुनाव के बाद गावों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बेताहाशा बढोत्तरी देखी गई है। हालांकि गांव को लेकर पहले ही इसको लेकर काफी सर्तक रहे है। पिछले साल गाजियाबाद का देहात क्षेत्र कोरोना से 90 फीसदी तक मुक्त रहा है। इस बार लगातार केस सामने आए है। सरकारी रिपोर्ट की माने तो इस समय गाजियाबाद में 41 गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इन गांवों कोराना का केस मिलते ही लोगों ने सूझबूझ का परिचय दिया।

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जो लोगों बीमार हुए उन्हें तत्काल क्वरंटाइन करते हुए उनकी इलाज शुरू कराया। इसका नतीजा यह हुआ कि यह गांव शुक्रवार तक पूरी तरह से कोरोना मुक्त मिले। यानि इनमें गांव में शुक्रवार को एक भी कोरोना का मरीज दर्ज नहीं है। अब इन गांवों में कोरोना संक्रमण दोबारा न फैलने इसके लिए नई शुरूआत की गई है। इन गावोंं में स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट कार्यक्रम लागू किया गया है।

कोरोना मुक्त रखने के लिए इन नियमों का किया जाएगा पालन
-अति आवश्कता होने पर ही लोग अपने घरों से निकलेंगे
-गांवों की दुकानों का खुलने का समय निधार्रित होगा
-दुकान पर सामान लेते व देते समय मास्क लगाकर रखेंगे
-सामान देने से पहले व दुकान में रखने के बाद उसके सेनेटाइटाइज किया जाएगा
-दुकानों के बाहर निधार्रित दूरी पर गोले खीचे जाएंगे
-गांवों में कोविड जांच स्तल व आईसोलेशन वार्ड चिन्हित होगा
-गांव में बाहर से आने वाले हर व्यक्ति की जांच होगी
-पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसे आईसोलेशन वार्ड में रहना होगा
-निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही व्यक्ति को गांव में प्रवेश दिया जाएगा
-ग्राम प्रधान की ओर से दो लोगों को कंम्युनिटी पुलिसिंग के लिए रखा जाएगा
-नियमों का पालन कराने के लिए गांवों के मंदिर या मस्जिद से उदघोषण कराई जाएगी
-गांव में किसी भी रूप में लोग समूह में एकत्र नहीं होंगे
-इन गावों में ग्राम निगरानी समितियों को अधिक सक्रिय किया जाएगा

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...