जाप सुप्रीमो पप्पू यादव नौ दिन बाद भी डीएमसीएच की आइसीयू में ही हैं। हालांकि उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है, लेकिन अभी उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में ही रहना होगा। बीपी व शुगर में अपेक्षित सुधार देखा जा रहा है,

लेकिन अभी अन्य परेशानियों में सुधार की गति कम होने के कारण उन्हें वहीं रखा गया है। इस बारे में मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. उमेश चंद्र झा ने कहा कि शुक्रवार को भी उनकी गहन चिकित्सा जारी रही। स्वास्थ्य की विभिन्न स्तर से जांच की गई।

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इसके बाद डॉ. झा ने बताया कि पूर्व सांसद की हालत पहले से काफी बेहतर है। उनका बीपी और शुगर कंट्रोल में है। उनके इलाज के लिए अलग से चिकित्सक और पारा मेडिकल कर्मियों की तैनाती 24 घंटे के लिए की गई है।

शुरुआती दिनों में उनके अनशन पर होने के कारण भी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। इसके बाद डॉक्टरों के आग्रह पर उन्होंने अपना अनशन समाप्त कर दिया था। इसका सकारात्मक प्रभाव दिख भी रहा है।

पूर्व सांसद भले ही आइसीयू में हैं, लेकिन ट्विटर के माध्यम से लगातार सक्रिय हैं। केंद्र व राज्य सरकार को घेरने में चूक नहीं रहे हैं। अभी उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह को एंबुलेंस वाले मामले को लेकर सवालों को घेरे में रखा था। अभी पटना के एक निजी अस्पताल की आइसीयू में महिला के साथ गंदी हरकत व उसकी मौत के बाद न्याय के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। किसी भी सामयिक मुद्​दे पर टिप्पणी करने से नहीं चूक रहे।

बता दें कि पूर्व सांसद पप्पू यादव को पटना पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया था। इस बीच मधेपुरा पुलिस ने उन्हें जिले के कुमारखंड थाना में दर्ज कांड संख्या 9/89 में गिरफ्तार कर लिया था। विगत मंगलवार की ही देर रात वीडियो कॉंफ्रेंस‍िंग के जरिए उनकी पेशी मधेपुरा कोर्ट में की गई।

वहां से उन्हें चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में बने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया था। मधेपुरा पुलिस ने उन्हें वीरपुर में भेजा था। इस बीच उनकी तबीयत बिगड़ी। वहां के चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए सात दिन पूर्व ही दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा। डीएमसीएच में उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती किया गया है। जहां उनकी जांच व चिकित्सा चल रही है।

Input: dainik jagran

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...