AddText 05 21 07.28.49

ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, आज गौतम अडानी (gautam adani) देश के साथ-साथ एशिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. संपत्ति के मामले में अडानी चीन के झोंग शैनशैन को पीछे करते हुए अंबानी समूह के एकदम नजदीक पहुंच गए हैं. यही रफ्तार बनी रही,

Also read: Bihar Weather News : एका-एक मौसम ने बदला मिजाज पुरे बिहार को मिली राहत, आज इन जगहों पर आंधी तूफ़ान के साथ होगी बारिश बरसेंगे ओला पत्थर

तो कुछ ही दिनों में अडानी देश और एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन जाएंगे. आज भले ही अडानी प्रतिदिन सफलता के नए आयाम गढ़ रहे हों लेकिन हमेशा से इनका समय ऐसा नहीं था. आज हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे गौतम अडानी ने चॉल से एशिया के दूसरे सबसे अमीर शख्स बनने तक का सफ़र तय किया. 

Also read: भागलपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर एवं गया होते हुए राजधानी दिल्ली तक जायेगी यह ट्रेन, जान लीजिये क्या होगी टाइम टेबल…

24 जून 1962 को अहमदाबाद के गुजराती जैन परिवार में जन्मे गौतम अडानी के पास आज चार हेलिकॉप्टर तथा दर्जनों गाड़ियां हैं . गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक इनके हेलीकॉप्टर को किराए पर लेते हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब अडानी के पास एक स्कूटर तक नहीं था. इनके पिता के लिए अपने सात बच्चों का पालन-पोषण करना भी बड़ी ज़िम्मेदारी थी.

Also read: प्यार में नहीं मायने रखता जात-पात और काला गोरा ”सात समंदर पार” से भारत में ब्याह ले आया दुल्हनिया, दुल्हन को खूब पसंद आया भारतीय परंपरा!

आर्थिक तंगी के कारण इनका पूरा परिवार अहमदाबाद के पोल इलाके की शेठ चॉल में रहता था. परिवार इस तरह के मुश्किल हालातों से जूझ रहा था कि गुजरात यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रहे गौतम अडानी को घर की रोजी-रोटी चलाने के लिए पढ़ाई छोड़नी पड़ी. कॉलेज का मोह त्याग कर वह काम धंधे की तलाश में मुंबई जा पहुंचे.

Also read: Saharsa To New Delhi : सहरसा से नई दिल्ली के लिए चलेगी विशेष ट्रेन, जान लीजिये क्या होने वाली है समय सारणी

यहां इन्हें एक डॉयमंड कंपनी में बहुत कम तनख्वाह पर एक नौकरी मिली. आज पूरी दुनिया के कोयला व्यापार, खनन, तेल एवं गैस वितरण, बंदरगाह, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक, बिजली तक अपना कारोबार फैला चुके अडानी के लिए उन दिनों वो कम पगार की नौकरी भी एक बड़ा सहारा थी. 

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...