कंगना रनौत अब ट्विटर पर नहीं हैं, लेकिन इंस्टाग्राम सहित अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने विचार प्रकट करती रहती हैं. उनके विचार ज़्यादातर लोगों को आपत्तिजनक लगती हैं.
पिछले कुछ समय से उनके बयानों की आलोचना भी होती रही हैं. अब हाल ही में कंगना का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने यूपी में गंगा में बह रही लाशों के भारतीय न होने का दावा कर दिया.
इंस्टाग्राम पर डाले अपने इस वीडियो में कंगना का कहना है कि गंगा में तैरती हुई जो लाशें लोगों को दिखीं, वो भारतीय नहीं बल्कि नाइजीरियाई हैं.
अपनी इस वीडियो में कंगना के चौंकाने वाली बातें कहीं – कंगना ने आगे कहा- ”इस देश पर चाहे कोई विपत्ति आये, युद्ध आये या महामारी आये. कुछ लोग होते हैं, जैसे बंदर-मदारी का तमाशा देखते हैं, वैसे साइड में खड़े हो जाते हैं. उम्मीद करते हैं, यह देश गिरे और वो तमाशा देखें. इस चीज़ का मज़ा उठायें. अब जैसे हमने कोरोना काल में ही देखा. एक बुजुर्ग महिला सड़क पर बैठी ऑक्सीजन ले रही थी. उस इमेज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भुनाया गया. पता चला, वो इमेज कोरोना काल की है भी नहीं.”
कंगना की टिप्पणी के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त ट्रोल किया जा रहा है. रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कंगना के इस बयान पर पलटवार करते हुए तंज कसा और लिखा: ‘गंगा में तैरती लाशें नाइजीरिया की हैं – कंगना रनावत… उन्नाव, बलिया, कानपुर जैसे शहर नाइजिरियन हैं इसका मुझे बिलकुल अंदाज़ा नहीं था’
इसके अलावा इज़रायल-फिलिस्तीन के बारे में भी कंगना ने काफ़ी कुछ कहा और भारतीय सरकार से अपील की कि भारतीयों की भी ट्रेनिंग होनी चाहिए. आपका कंगना के इस दावे पर क्या कहना है, कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताईये.