जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की ओर से उठाए गए एंबुलेंस के विवाद पर रविवार को बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और सासंद सुशील कुमार मोदी ने पलटवार किया है. उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा कि एंबुलेंस कोई ऐसा वाहन नहीं, जिसका इस्तेमाल कोई शौक के लिए करे या स्टेटस का प्रतीक बनाए.

उन्होंने कहा कि ये वाहन रोगियों को अस्पताल पहुंचाने की सेवा देने के लिए ही होते हैं, लेकिन तकनीकी खराबी या ड्राइवर के अभाव में यदि कुछ वाहन कहीं खड़े रह गए तो क्या इसे गलत ढंग से प्रचारित कर सेवा कार्य में लगे व्यक्ति को बदनाम किया जाना चाहिए?

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कहा कि सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ने अपनी निधि से सबसे ज्यादा 70 एंबुलेंस की व्यवस्था कर सेवा की जो लंबी-गहरी लकीर खींची, उसे दुष्प्रचार के सस्ते हथकंडों से मिटाया नहीं जा सकता.

सुशील मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के समय लोगों की मदद के लिए भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने 24 घंटे काम करने वाला ऐसा कंट्रोल रूम बनवाया है, जहां संपर्क करने पर पांच मिनट में सहायता मिलती है.

उन्होंने अब तक एंबुलेंस, ऑक्सीजन, दवा-इंजेक्शन से लेकर अस्पताल में बिस्तर दिलवाने तक हजारों लोगों की मदद की. उनके सेवा कार्य सभी के लिए अनुकरणीय हैं, लेकिन आपदा में राजनीति करने वाले किसी पर कीचड़ उछालने से बाज नहीं आते.

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...