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स्पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की अगुवाई में उतरी टीएमसी सत्ता की हैट्रिक लगाती नजर आ रही है। बंगाल में कमल खिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह सहित बीजेपी ने अपने नेताओं की पूरी फौज उतार रखी थी। लेकिन, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चोट ने राज्य की सियासत का नक्शा बदल दिया। पीएम मोदी की बंगाल में की गई 20 रैलियों पर ममता बनर्जी की व्हील चेयर पर की गई जनसभाएं भारी पड़ती दिख रही है।

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बंगाल में टीएमसी 200 सीट तो कमल 100 पर ही: बंगाल की 292 सीटों के शुरुआती रुझान को देखें तो ममता बनर्जी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाती नजर आ रही है। टीएमसी 200 प्लस सीटें मिलती दिख रही है जबकि बीजेपी 100 सीटों के अंदर सिमटती दिख रही है।

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वहीं, कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन का सफाया हो गया है और उसे महज 2 से तीन सीटें मिलती दिख रही हैं। माना जा रहा है कि ममता का व्हील चेयर पर बैठकर प्रचार करना टीएमसी के प्रति लोगों की सहानुभूति का जबरदस्त फायदा मिला।

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जनता की सहानुभूति से ही ममता को फायदा हुआ: ममता बनर्जी ने व्हील चेयर के सहारे चुनाव प्रचार करने की रणनीति अपनाई। बंगाल में जगह-जगह उनके व्हीलचेयर वाले पोस्टर लगाए लगाए गए थे और टीएमसी ने सोशल मीडिया में इस लेकर कैंपेन भी चलाया था।

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साथ ही बंगाल की दिवारों पर ममता की व्हील चेयर बैठे ड्रॉइंग बनाई गई थी। माना जा रहा है कि चुनाव में ममता बनर्जी को बंगाल की जनता की सहानुभूति मिली और चुनाव में टीएमसी को जबरदस्ता फायदा मिलता दिख रहा है। हालांकि, ममता का व्हील चेयर पर चुनाव प्रचार करने का यह तरीका विपक्षी पार्टियों के लिए सिरदर्द बन गया था।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...