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बिहार में कोरोना से त्राहिमाम के बावजूद राज्य सरकार ने सूबे में लॉकडाउन नहीं लगाने का फैसला लिया है. सरकार ने लॉकडाउन के बदले शाम 6 बजे से इवनिंग कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. हालांकि सारी दुकानें शाम 4 बजे ही बंद हो जायेंगी. बिहार सरकार के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने ये फैसला लिया है. बिहार सरकार ने कोरोनो को लेकर कई सारे फैसले लिये हैं.

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गौरतलब है कि मंगलवार को नीतीश कुमार ने सभी डीएम एसपी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी. इसके बाद ये तय किया गया था कि बुधवार को होने वाली क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में लॉकडाउन के बारे में फैसला लिया जाये. बिहार सरकार के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बुधवार की दोपहर बैठक हुई, जिसमें अहम फैसले लिये गये.

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  • राज्य सरकार ने शाम 6 बजे के बाद पूरे बिहार में इवनिंग कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है. अभी रात 9 बजे से सुबह तक नाइट कर्फ्यू है. लेकिन अब शाम 6 बजे से ही नाइट कर्फ्यू रहेगा. लेकिन सारी दुकाने शाम 4 बजे तक ही खुली रहेंगी.
  • राज्य सरकार ने शादी ब्याह को लेकर भी लोगों की संख्या कम कर दी है. शादी ब्याह में अब सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो पायेंगे. अब तक शादी ब्याह में 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी. वहीं, श्राद्ध में सिर्फ 25 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी. वहीं, अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोग शामिल हो पायेंगे.
  • सरकारी या गैर सरकारी दफ्तरों में सिर्फ 25 फीसदी कर्मचारी ही एक दिन में काम पर आयेंगे. सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए कहा जायेगा. शाम 4 बजे तक सारे सरकारी गैर सरकारी दफ्तर बंद हो जायेंगे.
  • सार्वजनिक परिवहन 50 प्रतिशत क्षमता के तहत चलेगा. यानि बस, ऑटो आदि पर क्षमता के सिर्फ आधे लोग ही बैठ पायेंगे.
  • रेस्टूरेंट रात 9 बजे तक खुले रहेंगे. लेकिन वहां बैठकर खाने की इजाजत नहीं होगी. लोग खाना पैक करा कर ले जा सकेंगे. होम डिलेवरी भी रात नौ बजे तक जारी रहेगा.
  • राज्य सरकार कोविड से मरे हुए सभी व्यक्तियों का अंतिम संस्कार अपने खर्च पर करायेगी. इसमें वो भी लोग शामिल हैं जिनका टेस्ट निगेटिव आया था लेकिन उनमें कोविड वाले लक्षण थे.
  • माइकिंग के माध्यम से प्रचार कराते हुए कोरोना संक्रमण की स्थानीय स्थिति भी बतायी जायेगी. लोगों को माइक के जरिये बताया जायेगा कि उनके इलाके में कितने कोरोना मरीज है.
  • 3 लाख कोरोना मरीज होने की स्थिति का आकलन करके इलाज की सारी व्यवस्था की जायेगी. उनके लिए बेड, ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, आईसीयू की व्यवस्था होगी. उनके लिए डॉक्टर औऱ पैरा मेडिकल कर्मचारी की व्यवस्थी की जायेगी.
  • उन्हेंकोविड के लक्षण वाले रोगी को भी अस्पताल में भर्ती किया जायेगा. उनके इलाज की व्यवस्था की जायेगी भले ही उनका कोविड टेस्ट निगेटिव आया हो.
  • सारे वेंटीलेटर को चालू किया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग औऱ डीएम व्यवस्था करेंगे. प्राइवेट सेक्टर का भी सहयोग लिया जायेगा. इसके लिए डीएम पहल करेंगे.
  • रेमडेसिविर औऱ दूसरी दवायें मरीजों को आसानी से मिल जाये इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी.
  • बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला स्तर पर एंबुलेंस किराये पर लिया जायेगा.
  • स्वास्थ्य विभाग हर दो दिन पर सभी जिलों के डीएम से कोरोना के संबंध में फीडबैक ले औऱ उचित निर्णय ले.
  • कोरोना के इलाज में लगे निजी अस्पतालों की समस्या निराकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग सिस्टम तैयार करे.
  • पिछले साल की तरह मुजफ्फरपुर में अस्थायी कोविड अस्पताल बनेगा.

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सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...