राजधानी दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) की तरह अब बिहार की राजधानी पटना (Patna) में भी प्राइवेट सीएनजी (CNG) मिनी बसों के परिचालन पर काम शुरू हो गया है | प्रदूषण (Pollution) के बढ़ते स्तर को देखते हुए बिहार की राजधानी पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) ने अब प्राइवेट मिनी डीजल बसों की जगह सीएनजी बसों का परिचालन करने का फैसला किया है | बिहार सरकार के परिवहन विभाग ने इसके लिए बिहार में चलने वाले डीजल चालित सभी मिनी बसों को नए सीएनजी मिनी बसों में बदलने का भी प्लान तैयार किया है. इसके साथ ही पटना (बिहार) नगर निगम ने डीजल से चलने वाली सभी निजी मिनी बसों की जगह नए सीएनजी मिनी बसों की खरीद के लिए 7.50 लाख रुपए तक अनुदान राशि भी देने का फैसला किया है |
बिहार सरकार की अनूठी पहल :
- डीजल मिनी बसों को सीएनजी मिनी बसों में प्रतिस्थापन की योजना |
- मिनी डीजल बसों की जगह सीएनजी बसों का परिचालन किया जाएगा |
- सीएनजी मिनी बसी की खरीद के लिए 7.50 लाख रुपया का अनुदान |
- जिला परिवहन कार्यालय में अनुदान के लिए कर सकते है आवेदन |
बस खरीदने के लिए सरकार देगी पैसा :
इसके साथ ही बिहार परिवहन विभाग ने सख्त निर्देश दिया है कि यदि कोई शख्स बिहार में सीएनजी के लिए अनुदान पाता है | और बाद में वह डीजल मिनी बस ही चलाते पकड़ा जाता है, तो ऐसे बस मालिकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही बस मालिक से भुगतान की गई अनुदान राशि वसूली जाएगी | और साथ ही एफआईआर भी दर्ज कराया जाएगा. इसके आवेदन के लिए आवेदक का आधार कार्ड, पैन कार्ड, पुराने वाहन का निबंधन प्रमाण पत्र, फिटनेस, वैध बीमा प्रमाण पत्र, पीयूसी प्रमाण पत्र और डीजल से चलने वाली बसों का पटना की सड़कों पर परिचालन नहीं करने का घोषणा पत्र देना होगा |