Site icon First Bharatiya

नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, बेरोजगारों को हर महीने मिलेंगे एक-एक हजार रुपये

AddText 03 31 05.46.03

इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. मुख्य सचिवालय में चल रही नीतीश कैबिनेट की अहम बैठक खत्म हो गई है. बैठक में कुल 35 एजेंडों पर मुहर लगी है. कैबिनेट की इस बैठक में सरकार राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए तोहफा लेकर आई है. सरकार ने बिहार में 12वीं पास एक लाख युवाओं को स्वयं सहायता भत्ता देने का फैसला लिया है.

Also read: Bihar Weather: बिहार के इन 19 जिलों के बरसेंगे बदरा, मौसम विभाग ने जारी किया तेज आंधी और भारी बारिश का अलर्ट

इस संबंध में योजना एवं विकास विभाग ने अपने आदेश में मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना को अगले पांच साल तक बढ़ा दिया है. 

Also read: किउल-दरभंगा-मधुबनी से होकर सियालदह और जयनगर के बीच चलने जा रही है समर स्पेशल ट्रेन, मिलेंगे कन्फर्म टिकट खाली है सीट!

इस योजना के तहत अब पहले की तरह 20 से 25 साल के 12वीं पास बेरोजगार युवाओं को रोजगार की खोज में मदद करने के लिए रोजगार भत्ता दिया जाएगा.

Also read: बिहार के इन 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, मिलेगी गर्मी से राहत जान लीजिये अपने क्षत्रों का हाल

इसके तहत लाभार्थियों को एक हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से अधिकतम दो साल तक भत्ता उनके बैंक खाते में दिया जाएगा. खास बात यह है कि यह रकम केवल उन्हीं को दी जाएगी, जिन्‍होंने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी है. 

Also read: Gold Price Today : एका-एक गिर गया सोना चांदी का दाम कीमत जान खुश हो जायेंगे आप, जाने कितनी कम हुई कीमत

आपको बता दें कि इस योजना की शुरुआत साल 2017 में की गई थी. इसके तहत अभी तक पांच लाख से ज्यादा युवाओं को लाभ दिया जा चुका है. अभी तक युवाओं को 650 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है.

सरकार के नए आदेश के बाद अब साल 2021 से 2026 तक हर साल 150 करोड़ के हिसाब से कुल 750 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है. 

इसके अलावा खास बात यह भी है कि अगर लक्ष्‍य से अधिक आवेदन आते हैं, जब भी उन्‍हें अस्वीकृत नहीं किया जाएगा.

कागजात की जांच के बाद भत्ते का भुगतान लाभार्थी के बैंक‍ खाते में आरंभ कर दिया जाएगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी दिए जा सकते हैं.

योजना को लेकर कोई जानकारी या सहायता लेनी हो तो इसके लिए सभी जिलों में जिला निबंधन और परामर्श केंद्र कार्यरत हैं. 

Exit mobile version