Site icon First Bharatiya

रचा इतिहास: मशरूम उत्पादन में बिहार नंबर 3 पर पहुंचा, सालाना कारोबार 5 हजार करोड़ के करीब

AddText 06 03 08.10.31

मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में बिहार ने इतिहास रच दिया है। बिहार 21325 टन मशरूम उत्पादन के साथ देश में सर्वाधिक मशरूम उत्पादक अग्रणी तीन राज्यों में शामिल हो गया है। पहले स्थान पर ओडिसा और दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र है। भले ही बिहार उत्पादन के मामले में तीसरे नंबर पर है,

Also read: Weather News : बिहार में हुई मुसलाधार बारिश अब इन जिला के लिए मौसम विभाग का नया अलर्ट, जानिये कहाँ-कहाँ होगी बारिश

लेकिन ओडिसा और महाराष्ट्र से उत्पादकता दर में महज चंद फासले पर ही है। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विवि के मशरूम वैज्ञानिक डॉ. दयाराम ने बताया कि मशरूम निदेशालय सोलन की ओर से जमा किए गए देशभर के मशरूम उत्पादन के डाटा के अनुसार 2020-21 में सबसे अधिक मशरूम उत्पादन ओडिसा (22500 टन) में हुआ। 

Also read: Bihar Weather News : एका-एक मौसम ने बदला मिजाज पुरे बिहार को मिली राहत, आज इन जगहों पर आंधी तूफ़ान के साथ होगी बारिश बरसेंगे ओला पत्थर

दूसरे स्थान पर रहे महाराष्ट्र में 22000 टन व बिहार में 21325 टन उत्पादन किया गया। इसके बाद हरियाणा 19600 टन, पंजाब 18500, राजस्थान 14600, उत्तराखंड 14015, चंढ़ीगढ़ 13900, यूपी 13800, तमिलनाडू 11000 टन का उत्पादन रहा। उन्होंने बताया कि इस मुकाम को हासिल करने में बिहार ने 30 वर्षों से अधिक का सफर तय किया। सभी जिलों में मशरूम क्षेत्र में हुए विकास ने राज्य में इसके कारोबार को 4 हजार करोड़ से 5 हजार करोड़ पर पहुंचा दिया है।

Also read: Patna Metro News : राजधानी पटना वाला मेट्रो को लेकर आया बड़ा अपडेट, जानिये कब से ट्रैक पर दौड़ेगी पहली मेट्रो ट्रेन

उन्होंने बताया कि राज्य में आएस्टर, बटन, दूधिया मशरूम की व्यवसायिक खेती हो रही है। जबकि पैडीस्ट्रा, औषधीय गुण वाले हेरेशियम व सिटाके को व्यवसायिक खेती बनाने की दिशा में प्रयास तेज है।उन्होंने बताया राज्य में फिलहाल करीब 55 कंट्रोल यूनिट लगी है, जिसमें करीब तीन दर्जन से मशरूम का उत्पादन रोजाना हो रहा है। इसके अलावा सीजनल भी उत्पादन होता है।  वैज्ञानिक के अनुसार आरएयू मशरूम उत्पादन के लिए तकनीकी ज्ञान के साथ बीज, कम्पोस्ट उपलब्ध करा रहा है। समय-समय पर प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

Also read: भागलपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर एवं गया होते हुए राजधानी दिल्ली तक जायेगी यह ट्रेन, जान लीजिये क्या होगी टाइम टेबल…

मशरूम से बन रहे हैं कई प्रोडक्ट
मशरूम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्ष 1990 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद कृषि विवि में आऐस्टर मशरूम उत्पादन से इसकी शुरुआत हुई थी। लेकिन वर्ष 2000 से अधिक लोगों ने इसमें रूचि लेनी शुरू की। तब बटन मशरूम का उत्पादन शुरू हुआ। उसके बाद वर्ष 2005 से दूधिया मशरूम उत्पादन की शुरुआत हुई, लेकिन 2010 के बाद इसने रफ्तार पकड़ी। आज मशरूम उत्पादन, बीज व कम्पोस्ट उत्पादन के अलावा गुलाब जामुन, गुजिया, पनीर, लड्डू, नमकीन बिस्किट, सब्जी जैसे लजीज व्यंजन बन रहे हैं।

मशरूम का अधिक उत्पादन होने पर उत्पादन करने वाले इसे पाउडर में बदल देते हैं। यह तकनीक 2018 में आयी। इसका उपयोग कर कारोबारी मशरूम को अधिक दिनों तक सुरक्षित रखते हैं। जिससे उन्हें नुकसान नहीं होता है। बताया गया है कि मशरूम के पाउडर का बिस्किट के साथ ही मिठाई व खाद्य पदार्थ बनाने में उपयोग किया जाता है।

Exit mobile version