Site icon First Bharatiya

बिहार में फैक्ट्री लगाने के लिए माइक्रोमैक्स और जिंदल सहित 70 कंपनियों ने दिया प्रपोजल

AddText 06 03 07.54.52

बिहार में फॅक्टट्री लगाने को लेकर बिहार सरकार से आम लोग लगातार यह मांग कर रही है कि बिहार में कंपनी लगाया जाए ताकि बिहार में ही लोगों को रोजगार मिल सके आपको बता दूं कि भारी संख्या में बिहार से लोग काम की तलाश में पलायन करते हैं.

Also read: Vande Bharat Train : बिहार के इन 11 बड़े स्टेशन पर दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन, देख लीजिये लिस्ट आपके स्टेशन का नाम है की नहीं?

इसका सबसे बड़ा वजह है बिहार में फैक्ट्री की कमी होना इसी बीच जब से बिहार के नए उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन अपना पदभार संभाले हैं तब से लगातार कोसिस के वजह से बिहार में अब माइक्रोमैक्स और जिंदल सहित 70 कंपनियों ने बिहार में फैक्ट्री लगाने के लिए अपनी दिलचस्पी दिखाई है।

Also read: बिहारवासियों के लिए खुशखबरी : बिहार में बना शानदार राज्य से सबसे बड़ा मॉल, इसमें लोगों को मिलेगी पीवीआर की सुविधा सहित ये चीजें,जाने…

आपको बता दूं कि बिहार में जो बड़ी कंपनियां फैक्ट्री लगाने में दिलचस्पी दिखाई है उसमें देश की बड़ी-बड़ी नामचीन कंपनियां शामिल है खास बात यह है कि कई बड़ी कंपनियों ने निवेश प्रस्ताव दिए हैं। इनमें जिंदल ग्रुप की जेएसडब्ल्यू प्रोजेक्ट्स लि. शामिल है.

Also read: हमसफर क्लोन,राजधानी, शताब्दी एक्सप्रेस और वन्दे भारत एक्सप्रेस को लेकर आया बड़ा अपडेट, इन लोगों के लिए रिजर्व रहेगी ट्रेन में सीट

इसके साथ साथ फूड प्रोसेसिंग यूनिट जो देश की सबसे बड़ी कंपनी हल्दीराम भुजियावाला इसके साथ-साथ माइक्रोमैक्स बॉयो फ्यूल्स, इडेन स्मार्ट एग्रोटेक, न्यूवे होम्स, एलायंस इंडिया कन्ज्यूमर प्रोडक्ट्स, न्यूजेन बायो फ्यूल्स, बिहार डिस्टिलर्स एंड बॉलर्स इंडिया और शक्ति अर्थ मूवर्स एलएलपी शामिल हैं।

Also read: बिहार को मिला 2 नए वन्दे भारत की सौगात जान लीजिये क्या होगी रूट, पटना से लखनऊ का ट्रायल कम्प्लीट!

 यह सभी कंपनी बिहार में फैक्ट्री लगाने में दिलचस्पी भी दिखा रही है द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबरों के अनुसार शुक्रवार को विकास आयुक्त आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में हुई राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद (एसआईपीबी) की 29वीं बैठक में देखने को मिली। इस बैठक में 3516 करोड़ के करीब करीब 70 निवेश प्रस्ताव को स्टेज-1 क्लियरेंस प्रदान की गई। स्वीकृत प्रस्तावों में इथेनॉल व ऑक्सीजन उत्पादन समेत खाद्य प्रसंस्करण के कई प्रस्ताव शामिल हैं। इसका मतलब साफ है कि बिहार में अब करीब करीब 70 फैक्ट्री लगाने को लेकर सुरुआत हो गई है और जल्द ही इसका काम जमीनी स्तर पर देखने के लिए मिलेगा।

Exit mobile version