Site icon First Bharatiya

IAS Success Story – पिता फ़ौज में है करते है देश सेवा बेटी को बोले थे बेटी कभी हिम्मत नहीं हारना ! मात्र 22 साल की उम्र में बेटी ने पिता का सपना किया पूरा, बनी आईएस ऑफिसर

6u6u76

दोस्तों आज के इस खबर में हम एक ऐसी फौजी के बेटी के बारे में बात करने वाले है जो अपने आप में मिसाल है जी हाँ हम जिसके बारे में जानने वाले है उसका नाम स्मिता सभरवाल है और वह दार्जिलिंग के रहने वाली है जो की पश्चिम बंगाल में पड़ता है.

Also read: प्रेरणा : एक ऐसा परिवार जहाँ एक साथ बनता है 38 लोगों का खाना एक साथ, एक घर में रहते है 4 पीढ़ी के लोग नहीं होती है झगड़ा

Image Credit – Instagram

चलिए जानते है एक फौजी पिता की बेटी ने कैसे साकार किया अपने पिता के सपना को आईएस ऑफिसर बनकर दोस्तों स्मिता सभरवाल का जन्म 19 जून 1977 को हुआ था. और इनके पिता का नाम कर्नल प्रणव दास है जो की भारतीय सेना में अधिकारी है.

Also read: घर की आर्थिक स्थिति थी खराब पिता करते थे चीनी मील में काम, बेटी ने खूब मेहनत की और पास की UPSC परीक्षा बनी आईएएस अधिकारी

Image Credit – Instagram

नौकरी के दौरान इनके पिता की पोस्टिंग अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग जिला में हुआ करता था. और जब इनके पिता जी भारतीय सेना से रिटायर हो गए उसके बाद ये पूरा परिवार हैदराबाद में शिफ्ट हो गए. और स्मिता सभरवाल ने अपनी इंटर की पढाई हैदराबाद से ही पूरा की.

Also read: रिक्शा चलाकर-दूध बेचकर खूब संघर्ष करके बने मास्टर रिटायर हुए तो, गरीब बच्चे में बाँट दिए रिटायरी में मिले 40 लाख रूपये!

Image Credit – Instagram

इंटर कम्प्लीट होने के बाद स्मिता सभरवाल ने स्नातक में दाखिला ली और इन्होने स्नातक में कोमर्स लिया और ग्रेजुएशन की पढाई पूरी करने के बाद स्मिता सभरवाल ने यूपीएससी की पढाई करना शुरू कर दी क्यूंकि उनके पिता का सपना था की मेरी बेटी पढ़-लिखकर अच्छे ऑफिसर बने.

Image Credit – Instagram

और बिलकुल अपने पिता के सपना पर खड़े उतरी स्मिता सभरवाल ने यूपीएससी की परीक्षा में ना ही सिर्फ पास की बल्कि 4वां रैंक भी ऑल इंडिया में आया और इन्हें अपने कार्य क्षेत्र में अच्छा करने के लिए इन्हें कई सरे अवार्ड से भी नवाजा गया है और इन्हें इमानदार निर्भीक अधिकारी माना जाता है.

Image Credit – Instagram

Exit mobile version