Site icon First Bharatiya

Sahara India के निवेशकों के लिए खुशखबरी बहुत जल्द मिलेंगे सूद समेत पूरे पैसे, जानिए कैसे होगा वापस?

aeb6d8f9 6e8b 42c5 9a6f 578c52bacb25 38

दोस्तों सहारा इंडिया जिस समय आया था | उस समय लोगों ने इस कम्पनी पर विश्वाश किया था और इसके अलग-अलग स्कीमों में अपने कमाई के पैसे लाखों रूपये निवेश किये थे कि भविष्य में सहारा बुढ़ापा का लाठी बनेगा किसी ने अपने बेटी की शादी के लिए पैसा जमा किया था | लेकिन आपको बता दूँ कि सहारा के निवेशकों के सहारा कम्पनी के ऊपर आरोप है कि समय पूरा होने के बाबजूद भी सहारा पैसा वापस नहीं दे रहा है |

Also read: Patna Metro News : राजधानी पटना वाला मेट्रो को लेकर आया बड़ा अपडेट, जानिये कब से ट्रैक पर दौड़ेगी पहली मेट्रो ट्रेन

लेकिन लोगों की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। अच्छी बात यह है कि हाल ही में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी का एक बयान सामने आया, जिसमें उन्होंने कहा कि बाजार नियामक को 81.70 करोड़ रुपये के 19,644 आवेदन मिले हैं। अब यह मामला कोर्ट के पास भी पंहुच चूका है |

Also read: Bihar Weather Update : अच्छी खबर बिहार के इन १२ जिलों में होने वाली है तगड़ी बारिश गिरेंगे ओला पत्थर, जाने अपने क्षेत्रों का हाल?

जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि मामले 53,642 मूल बांड प्रमाणपत्र या पासबुक से संबंधित हैं। लेकिन अब उम्मीद जताई जा रही है कि लोगों को जल्द ही पैसा मिल सकता है.सरकार ने कुछ समय पहले कहा था कि सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (SIRCL) और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (SHICL) द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों में जिन लोगों के दावे लंबित हैं, उनके आवेदनों के रिकॉर्ड का पता नहीं चल पा रहा है।

Also read: भागलपुर, सहरसा, मुजफ्फरपुर एवं गया होते हुए राजधानी दिल्ली तक जायेगी यह ट्रेन, जान लीजिये क्या होगी टाइम टेबल…

सहारा पर 25 हजार करोड़ रुपये रखने का आरोप है। सहारा ने कहा था कि पैसा उसके पास नहीं बल्कि सेबी ने रखा था। सेबी इस मामले पर कई बार सफाई दे चुका है। अब क्या हुआ है कि बेगूसराय राजनांदगांव में एक रिपोर्ट के मुताबिक कलेक्टर तरण प्रकाश सिन्हा ने इस जिले के निवेशकों को सहारा से पैसा (15 करोड़ रुपये) दिलाने के लिए एक कमेटी बनाई है.

Also read: Weather News : हो जाइए सावधान अगले 48 घंटे के अंदर इन 10 से अधिक शहरों में होने वाली है मुसलाधार बारिश, जानिये पूर्वानुमान!

इस कमेटी में तीन सदस्य होते हैं। सहारा-सेबी मामला सहारा इंडिया परिवार की दो कंपनियों द्वारा जारी वैकल्पिक रूप से पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर (OFCD) के मुद्दे से संबंधित है, जिस पर सेबी ने अपने अधिकार क्षेत्र का दावा किया था और इस पर आपत्ति जताई थी कि सहारा ने इसकी अनुमति क्यों दी। नहीं लिया इस मामले में बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं। उदाहरण के लिए, तीन करोड़ व्यक्तियों से 24,000 करोड़ रुपये से अधिक का संग्रह किया गया है।

Exit mobile version