AddText 03 07 07.20.14

केरल; देश में ग़रीबी किस तरह अपने पैर पसार चुकी है इसे इस बात से समझा जा सकता है

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कि एक भावी IAS को मजबूरी में प्लेटफार्म पर कुली का काम करना पड़ा और प्लेटफार्म पर ही बैठकर उसे अपनी पढ़ाई पूरी करनी पड़ी।

बिना किताब-कापियों के उसे पढ़ाई करनी पडी। अच्छी बात ये रही कि आज उसे अपनी मेहनत का फल मिल गया है।

आज हम आपको ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी बताने जा रहे हैं। जिसके पास ना तो घर था,

ना किताबें, ना ही नोट्स थे। कोचिंग की बात तो आप छोड़ ही दीजिए। बस उसके पास थे तो उसके सपने।

उन सपनों को पूरा करने की खातिर वह दिनभर ना जाने कितने ही सूट-बूट वाले लोगों का बैग अपने कंधे पर उठाकर ढोता था।

ताकि उसके कंधे पर सपनों का स्टार लग सके। कभी वह भी इसी तरह सूट-बूट पहन अपने सपनों को पूरा कर सके।

आइए जानते कौन है वह युवा जो कुली का काम करने से लेकर KPSC (KERALA PUBLIC SERVICE COMMISSION) महत्त्वपूर्ण परीक्षा को पास कर चुके हैं।

श्रीनाथ इसी तरह से पढने के बाद दो बार UPSC की परीक्षा दे चुके हैं।

लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी। जीवन को संघर्षो के साथ जीने वाले श्रीनाथ इससे हार मानने वाले नहीं थी।

असफलता से सीख लेकर वह फिर आगे बढ़ चलते। फिर से परीक्षा की तैयारी उसी जोश और जज्बे के साथ शुरू कर देते।

लेकिन संसाधनों के अभाव के चलते उनकी सीमाएँ भी थी।

वह एक कोचिंग जाने वाले बच्चे की तरह नहीं पढ सकते थे।

श्रीनाथ बताते हैं कि वह दिन साल 2018 में आया जब उन्हें सफलता मिल गई।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...