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Bihar : मां-बेटी की मौत, कोरोना के डर से कोई नहीं आया कंधा देने, एंबुलेंस के इंतजार में 24 घंटे घर में पड़े रहे शव

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बेउर के हुलास विहार फेज-2 में दाे घंटे के अंदर सचिवालय के वित्त विभाग से रिटायर्ड प्रधान लिपिक राजेंद्र प्रसाद की पत्नी चिंतामणि अाैर बेटी वंदना की माैत हाे गई। 58 साल की चिंतामणि अाैर 38 साल की वंदना की माैत काेराेना से हुई या काेई अाैर वजह थी इसकाे लेकर सस्पेंस बरकरार है। काेराेना से माैत हाेने की अाशंका देख 21 घंटे तक दाेनाें की लाश घर में पड़ी रही। लेकिन कोई लोग करोना कि दर से नहीं आए कंधा देने

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राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि दाेनाें काे तीन-चार दिन से सर्दी-बुखार लग रहा था, लेकिन काेराेना टेस्ट नहीं कराया था। बीमार हाेने के बाद दाेनाें अलग फ्लाेर पर रह रही थी। इधर, एक साथ मां-बेटी की माैत हाेने के बाद हुलास विहार फेज-2 में हड़कंप मच गया। हालत यह हुई थी दाेनाें काे कंधा देने वाला काेई नहीं था। राजेंद्र दाेनाें की लाश काे देखते रहे। दानापुर में रहने वाला जवान बेटा भी अाया, पर वह भी दूर ही रहा।

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तलाकशुदा थी वंदना : राजेंद्र भागलपुर के रहने वाले हैं। पांच साल पहले रिटायर हुए। राजेंद्र काे तीन बेटे हैं। वंदना उनकी इकलाैती बेटी थी। वंदना का पति से तलाक हाे गया था। उसे 12 साल का एक बेटा श्रीकृष्ण विष्णु है। राजेंद्र के तीन बेटाें में दाे भागलपुर में रहते हैं, जबकि एक धीरज दानापुर में काराेबार करते हैं।

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राजेंद्र ने बताया कि दाेनाें का शव उठाने काे काेई तैयार नहीं था। शुक्रवार काे दाेनाें की माैत हाेने के बाद 102 एंबुलेंस काे फाेन लगाते रहे, पर काेई नहीं अाया। अाखिरकर फुलवारीशरीफ के बीडीअाे काे फाेन कर सारी जानकारी दी।

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हम लाेग चाह रहे थे कि शव का पाेस्टमार्टम हाे जाए पर नहीं हुअा। बीडीअाे ने बताया कि हमें सूचना दी गई कि काेराेना से माैत हुई। हमने कंट्राेल रूम काे फाेन किया अाैर उनके घर पर एंबुलेंस भेज दिए थे। वहीं बेउर के थानेदार मनीष कुमार ने बताया कि राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि काेराेना से माैत हुई है। इसलिए पाेस्टमार्टम कैसे कराते?

पति ने पत्नी की लाश उठाई, ताे बेटे ने मां की : फुलवारीशरीफ के बीडीअाे के कहने पर घर पर एंबुलेंस पहुंची। दाेनाें लाश को राजेंद्र प्रसाद अाैर वंदना के बेटे श्रीकृष्ण विष्णु ने उठाकर एंबुलेंस में रखा। इसके बाद शवाें को लेकर श्मशान घाट गए। बेटा धीरज दूर से ही मां और बहन के अंतिम सफर में शामिल हुअा।

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