दोस्तों कहा जाता है की अगर आपके सपने बड़े है तो आपको मेहनत भी कड़ी करनी होगी ये बार सत्य है अगर आप सच्चे मन से मेहनत करेंगे तो आपको सफलता एक दिन में नहीं तो एक दिन जरूर मिलेगी आज के इस खबर में हम बात करने वाले है एक ऐसे ही चीनी मील में काम करने वाले पिता के बेटी के बारे में….
जी हाँ दोस्तों जिन्होंने अपने मेहनत के दम पर वो मुकाम हाशिल की है जो काबिले तारीफ़ है चलिए जानते है इनके बारे में दोस्तों हम जिसके बार एमे बात कर रहे है सबसे पहले उसका नाम और कहाँ की है आपको वो जान लेनी चाहिए दोस्तों उनका नाम है अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) .
और अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) का घर देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा की एक छोटे से शहर रोहतक में है. दोस्तों आज के उन लड़की के लिए अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) प्रेरणा की श्रोत है जो कहते कहते है की बड़े-बड़े शहर और कोचिंग में ही पढ़ के यूपीएससी (UPSC) में सफलता हाशिल किया जा सकता है.
दोस्तों अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) का जीवन काफी संघर्ष भरा है और वो अपने जीवन में बहुत संघर्ष की है तब जाकर उनको ये सफलता आज हाथ लगी है. अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) बचपन से ही पढने में काफी तेज-तरार छात्रा थी वो मैट्रिक इंटर की पढाई कम्प्लीट करने के बाद ग्रेजुएशन देश की राजधानी दिल्ली के हिन्दू कॉलेज में ली.
और वो केमिस्ट्री से अपना स्नातक की पढाई पूरी की और उसके बाद वो यूपीएससी (UPSC) की तैयारी में जुट जाती है लेकिन यही बिच में उनकी माँ का भी निधन हो जाता है लेकिन इसके बाबजूद भी वो हिम्मत नहीं हारती है. और देश के सबसे बड़े लेवल की परीक्षा यूपीएससी (UPSC) में पहली बार में असफल हो जाती है.
लेकिन उनके पिता उनका मनोबल बढाते है और वो दूसरी बार में यूपीएससी (UPSC) में 14वां रैंक लाकर अपने पिता सहित पुरे समाज का मान-सम्मान बढाती है. दोस्तों आज के समय के लड़कियों के लिए अंकिता चौधरी (Ankita Chaudhary) आदर्श है और इनसे सीखना चाहिए की मुश्किल की घडी में कैसे मेहनत करनी है.
अपनी मेहनत के दम पर लाइ 14वां स्थान
पिता करते थे चीनी मील में काम बेटी लाइ यूपीएससी में 14वां स्थान