एक माता-पिता के लिए सुकून क्या हो सकता है उसकी वारिस जब बिना संसाधन के जो मिले उसी में दुनिया में कुछ ऐसा कर दे जो पैसे और संसाधन मिलते हुए भी बाकी लोग नहीं कर पाए. आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे ही बेटी के बारे में बताने वाले है जिसने अपनी बेटी को पढाने के लिए रात-दिन एक कर दी और बेटी आज टॉप की है चलिए जानते है विस्तार से…

दरअसल हम बात कर रहे है उत्तर प्रदेश के रहने वाली बेटी आर्ची कश्यप के बारे में जिनका जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था. लेकिन उन्होंने अपने आप को कभी कोशा नहीं जो मिला उसी में कुछ बेहतर करने का प्रयास करती रही. हाल ही १२वी का रिजल्ट जारी हुआ है जिसमें आर्ची कश्यप को 92% अंक मिला है.

आर्ची कश्यप के लिए ये मुकाम हाशिल करना आसान नहीं था उनके पिता जी के पास उतना पैसा भी नहीं था की वो उसे अच्छे कोचिंग संस्थान में पढ़ा सके ऊपर से घर का काम काज और खेती-बारी सब करना होता था. जब एक मीडिया चैनल से बात करते हुए उनकी माँ सिंधु देवी रोते हुए बता रही थी कि…

उनकी बेटी जब पढने जाती थी तो उससे पहले वो घर के रसोई का पूरा काम भी करती थी इतना ही नहीं खेतों में भी मम्मी-पापा का पूरा सहयोग करती थी. ये सब बात बताते सिंधु देवी की आँखे भर आई और वो रोने लगी बोली हमारी बेटी बहुत मेहनत करती है.

.हम उसके इस सफलता से बहुत खुश है. बाकी आर्ची कश्यप को हमारी टीम के ओर से बहुत-बहुत बधाई और आज के युवा पीढ़ी को इनसे सीखना चाहिए की संसाधन कुछ खास मायने नहीं रखता आपके अन्दर जज्बा और ललक होनी चाहिए किसी भी लक्ष्य को हाशिल करने के लिए |

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...