जब पिता को एक हस्ताक्षर के लिए लगाना पड़ा ऑफिस का चक्कर तो बेटी ने लिया संकल्प और खुद बन गई कलेक्टर

बेहद साधारण परिवार में जन्मी बेटी ने पढ़-लिखकर अपने पिता का बढ़ाया मान-सम्मान

दोस्तों हम जिसके बारे में बात कर रहे है उनका नाम रोहिणी है और रोहिणी ने आईएएस बनकर अपने पिता का मान बढ़ाया है.

दोस्तों रोहिणी बहुत साधारण परिवार से आते है और इनके पिता एक किसान है इनके बारे में बताया जाता है की

एक बार जब इनके पिता और किसी पेपर के ऊपर कलेक्टर के हस्ताक्षर की जरूरत होती है तब उन्हें ओफीस का खूब चक्कर लगाना पड़ता है

उसी दिन रोहिणी संकल्प लेती है और आईएएस के लिए तैयारी शुरू कर देती है और आखिरकार वो कलेक्टर बन ही जाती है.