पहली आदिवासी समाज की महिला बनी आईएएस ऑफीसर पिता थे मजदुर फूस के घर में करती थी पढाई जाने....
दोस्तों हम जिस आदिवासी महिला के बारे में बात कर रहे अहि उनका घर केरल के वायनाड में है.
उनका जन्म बेहद साधारण परिवार में हुआ था और उनका बचपन आर्थिक रूप से कमजोर स्थिति में गुजरा है.
श्री धन्या का बचपन से ही सपना था की वो यूपीएससी की परीक्षा पास करें और उन्होंने इसकी शुरुआत भी काफी पहले ही कर चुकी थी.
आखिरकार श्री धान्या अपने लक्ष्य में सफल हो ही गई जब उसे यूपीएससी में 410वां स्थान प्राप्त हुआ.