यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) की परीक्षा को क्वालीफाई कर देश की सेवा करने का सपना लिए लाखों युवा इस परीक्षा का हिस्सा बनते हैं| देश के युवा इस परीक्षा के लिए ना केवल जी जान लगाकर कड़ी मेहनत करते हैं बल्कि साथ अपनी जिंदगी के कई साल भी इस परीक्षा की तैयारी में ही निकाल देते हैं| यह परीक्षा आज देश के कुछ सबसे कठिन परीक्षाओं में भी गिनी जाती है क्योंकि यह परीक्षा एक दो नहीं बल्कि कुल 3 चरणों में ली जाती है|
इनमें परीक्षा के पहले के दो चरण लिखित होते हैं जिनके नाम प्री और मेंस है| और इन दो चरणों में कैंडिडेट से एकेडमिक्स से जुड़े सवाल किए जाते हैं|और इन दो चरणों को क्वालीफाई करने के बाद कैंडिडेट का सिलेक्शन तीसरे चरण के लिए किया जाता है जिसमें इंटरव्यू के दौरान कैंडिडेट से एकेडमिक से हटकर जनरल नॉलेज लिंग से जुड़े कुछ पेचीदा सवाल किए जाते हैं|
सवाल : किस अभिलेख से चन्द्रगुप्त मौर्य की सौराष्ट्र विजय की पुषिटि होती है?
जवाब : रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख से से चन्द्रगुप्त मौर्य की सौराष्ट्र विजय की पुषिटि होती है|
सवाल : सम्राट् अकबर का पूरा नाम क्या था?
जवाब : सम्राट् अकबर का पूरा नाम जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर था|
सवाल : जौनपुर की अटाला मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था?
जवाब : इब्राहिम शर्की नें जौनपुर की अटाला मस्जिद का निर्माण कराया था|
सवाल : तुजुक-ए-बाबरी का फारसी में अनुवाद किसने किया था?
जवाब : अब्दुर्ररहीम खानखाना ने तुजुक-ए-बाबरी का फारसी में अनुवाद किया था|
सवाल : दक्षिण अफ्रीका से लौटने के पश्चात् गांधीजी ने प्रथम सफल सत्याग्रह कहाँ किया था?
जवाब : दक्षिण अफ्रीका से लौटने के पश्चात् गांधीजी ने प्रथम सफल सत्याग्रह चम्पारण में किया था|
सवाल : किस अभिलेख से चन्द्रगुप्त मौर्य की सौराष्ट्र विजय की पुषिटि होती है?
जवाब : रुद्रदामन के जूनागढ़ अभिलेख से से चन्द्रगुप्त मौर्य की सौराष्ट्र विजय की पुषिटि होती है|
सवाल : सम्राट् अकबर का पूरा नाम क्या था?
जवाब : सम्राट् अकबर का पूरा नाम जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर था|
सवाल : जौनपुर की अटाला मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था?
जवाब : इब्राहिम शर्की नें जौनपुर की अटाला मस्जिद का निर्माण कराया था|
सवाल : तुजुक-ए-बाबरी का फारसी में अनुवाद किसने किया था?
जवाब : अब्दुर्ररहीम खानखाना ने तुजुक-ए-बाबरी का फारसी में अनुवाद किया था|
सवाल : दक्षिण अफ्रीका से लौटने के पश्चात् गांधीजी ने प्रथम सफल सत्याग्रह कहाँ किया था?
जवाब : दक्षिण अफ्रीका से लौटने के पश्चात् गांधीजी ने प्रथम सफल सत्याग्रह चम्पारण में किया था|