AddText 07 25 07.18.07

आपको बता बे की अफ्रीका के सोमालीलैंड की सड़कों पर पैसा बंडल की शक्ल में रद्दी की तरह पड़ा दिखने को मिलते है नोटों के मोटे-मोटे बंडल बिना किसी सुरक्षा के खुलेआम सड़कों पर पड़े रहते है जानकारी के लिए बता दे की सोमालीलैंड एक स्व-घोषित देश है और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरे अफ्रीकी देश सोमालिया का ही हिस्सा माना जाता है और ये देश अफ्रीकी महाद्वीप के पूर्व में स्थित है।

सोमालीलैंड की गिनती दुनिया के सबसे गरीब देशो में होती है गृह युद्ध के दौरान 1991 में सोमालिया से अलग होने के बाद वजूद में आया और पुख्ता सिस्टम न होने की वजह से करेंसी की इतनी बुरी हालत है यहाँ पर लोगो के लिए रोजगार बहुत ही कम है दूसरे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी देश ने सोमालीलैंड को नए देश का दर्जा नहीं दिया है।

2 60

इस देश में करेंसी की बहुत बुर हाल है और इस देश की मुद्रा की अन्य देशों में कोई वैल्यू नहीं है इसके साथ ही यहां मुद्रास्फीति हद से ज्यादा बढ़ चुकी है।ऐसा माना जाता है की अगर आप ब्रेड खरीदना चाहें तो आपको दुकान पर एक बोरा भर कर करेंसी ले जानी होगी और के लिए सिर्फ 500 और 1000 की मुद्रा के नोट चलते हैं।

3 63

इस सभी वजहों से सोमालीलैंड के लोगों को चिंता है कि उनकी मुद्रा कभी भी बेकार हो सकती है ये ही कारण है सोमालीलैंड की के लोग अपनी मुद्रा को कम पैसों में बेच कर बर्बाद होने से बचा लेते हैं।हैरान करने वाली बात ये है की सोमालीलैंड में 10 डॉलर से 50 किलो शिलिंग खरीदे जा सकते हैं।वही इतने पैसे से आप बहुत अधिक सामान नहीं खरीद पाएंगे।

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...