दोस्तो आज के इस खबर में हम ऐसे युवक के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पिता डीएम के ड्राइवर थे और उनका बेटा ने खूब मेहनत कर यूपीएससी निकालकर बना एसडीएम और अपने पिता को बहुत खुश कर दीया कल्याण सिंह मौर्य के पिता डीएम के गाड़ी 35 साल तक चलाएं.

और वह अपने बेटे के पढ़ाई में बहुत ही अच्छी तरह से ध्यान देते थे और कल्याण सिंह ने भी बहुत पढ़ने में तेज थे और उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पासकर एसडीएम बना और पूरे गांव, जिला, राज्य, देश के सभी नागरिकों को खुश कर दिया दोस्तों कल्याण सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में अतरौली तहसील के मढौली गांव में 5 जनवरी 1932 में हुआ था.

कल्याण सिंह के पिता का नाम जवाहरलाल मौर्य था और कल्याण सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बहराइच के नानपारा मैं हुई और उन्होंने 12वीं के बाद बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान में एमएससी किया यूपीएससी 2001 में कल्याण सिंह को इंटरव्यू में केवल 5 अंक नहीं मिलने के कारण उनको नहीं चुना गया था.

लेकिन फिर भी इन्होंने अपने मेहनत को लगातार करते रहे और यूपीएससी परीक्षा में झंडा बुलंद किया और वर्तमान में वे एनटीपीसी सोलापुर महाराष्ट्र में कार्य करते थे कल्याण सिंह अपने परिवार की हालत देखते हुए उन्होंने काफी मेहनत करते रहे लेकिन उनकी मां उनको बहुत ध्यान देती थी.

पढ़ाई लिखाई में पिता को समय नहीं मिलता था क्योंकि वह डीएम साहब के गाड़ी चलाते थे और उनकी माता का मृत्यु 2016 में हो गई थी फिर भी वह हार नहीं माने और अपने मेहनत के दम पर यूपीएससी की परीक्षा पास की और उन्होंने पूरे देश भर में 40 भी रैंक लाया और बना एसडीएम पिता का हुआ गर्व से सीना चौड़ा हुआ.

पिता चलाते थे डीएम की गाडी
