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दोस्तों आज के समय में भी हमारे यहाँ कई ऐसे लोग है जो पैसे या फिर कई दुसरे कारण से अपने माता-पिता का साथ छोड़ दिया है जबकि इंसानियत का ख्याल रखते हुए लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए लेकिन अभी भी हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग है जो ऐसे करते है.

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लेकिन दोस्तों जैसे हर सिक्के के दो पहलु होते है ठीक उसी प्रकार इसके भी एक विपरीत पहलु है और विपरीत तह है की एक तरफ एक व्यक्ति अपने माता-पिता को घर से निकाल रहे है वहीँ दूसरी तरफ एक युवक आज के जमाना में ऐसा भी है जो बुजुर्ग को सहारा भी दे रहा है और उसका ख्याल भी रख रहा है.

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ओ उसे बेटे का प्यार भी हो रहा है. दोस्तों दरअसल हम बात कर रहे अहि हैदराबाद के रहने वाले जैस्पर पॉल के बारे में जो की काफी पढ़े-लिखे शख्स है और उनका कहना है की मेरा जिंदगी में एक ही मकसद है वो है कोई बुज़ुर्ग रोड पर न सोये कोई बुजर्ग भूखे न सोये.

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दोस्तों दुनिया तो कहती है यह युवक वृधाश्रम चलाता है लेकिन बताया जाता अहि की यह युवक जितने भी बुज़ुर्ग को रखते है उनसे उनके बेटे का न होने का अहसास नहीं होने देते है और ऐसे करीब 150 से ऊपर बुज़ुर्ग को यह युवक सेवा करते है इनके जज्बे को हमारी टीम की और से सलाम है.

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आपलोग कमेंट करके जरूर बताये की जो माँ-बाप को सड़क पर छोड़ते है उसके खिलाफ कार्यवाई होना चाहिए की नहीं

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...