एक कहाबत है जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान् है और ये कहाबत कहीं न कहीं सच भी है आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसी माँ के बारे में बतायेंगे जिसने अपने कोख से तो एक भी बेटी का जन्म नहीं दिया लेकिन आज वो 150 से अधिक बेटी का माँ है और करती है उसकी देखभाल.

दोस्तों आज के समय में हमारे समाज में दहेज़ प्रथा इस तरह से बढ़ रहा की ऐसा लग रहा है लोग शादी नहीं कर रहे है लड़का को पैसे के बदौलत खरीद रहे है इस कारण से हमारे समाज पर गलत मैसेज जा रहा है लोगों के बिच लेकिन यह समय में भी लीला बाई नाम के महिला ने जो कारनामा दिक्खे है वो वाकई काबिले तारीफ है.

दरअसल हम बात कर रहे है किन्नर लीला बाई के बारे में किन्नर लीलाबाई खुद तो किन्नर है लेकिन वो 150 से अधिक बेटियो की माँ है और सारे बेटियों को रखती है अपने पास उठाती है पूरा खर्च शादी विवाह तक के वो गरीब लोग से जो अपने बच्चो के शादी ब्याह करने में असमर्थ है.

उससे बेटी को गोद लेती है और उसका सारा जीवन-पढाई-लिखाई शादी ब्याह शादी के बाद दहेज में दिए जाने वाले समान इत्यादि सभी चीज के साथ उस बेटी को विदा करती है एक तरफ हमारे देश में लोग किन्नर को बहुत हिन् भावना से देखते है |

और जो लोग सोचते है किन्नर का जन्म लेना मतलब धरती पर बोझ बनना तो वैसे लोगों को किन्नर लीला बाई ने मुंह पर तमाचा मारा है. किन्नर लीलाबाई बताती है की जब हम करीब तिस साल पहले एक गरीब की बेटी का शादी कराए तो हमें सुकून मिला और अच्छा लगा उसके बाद से अपने ये काम शुरू कर दिया|
