बिहार में मद्य निषेध अधिनियम के तहत जब्त होने वाले वाहनों की अब ई-नीलामी (E Auction) यानी आनलाइन नीलामी होगी। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने पटना सदर में इसका ट्रायल किया जो सफल रहा। इस दौरान लक्ष्य से दोगुने से भी अधिक राजस्व नीलामी से प्राप्त हुआ है। इसके बाद सभी जिलों में इस प्रक्रिया को अपनाने का आदेश जारी कर दिया गया है।
विभाग ई-नीलामी के लिए केंद्र सरकार के उपक्रम मेटल स्क्रैप ट्रेड कारपोरेशन (एमएसटीसी) लिमिटेड की सेवाएं ले रहा है। इस आनलाइन नीलामी में किसी भी जिले में जब्त वाहन की ई-नीलामी में कोई भी व्यक्ति आसानी से भाग ले सकता है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि ई-नीलामी की प्रक्रिया के लिए सबसे पहले जब्त वाहनों का विवरण एमएसटीसी की वेबसाइट पर डाला जाएगा।
वेबसाइट के ई-आक्शन सेक्शन में इसका विवरण देखा जा सकेगा। इसके बाद ई-नीलामी में शामिल होने के इच्छुक लोग मोबाइल नंबर व ओटीपी डाल कर अपना निबंधन करा सकते हैं। नीलामी में शामिल होने वाले व्यक्ति चाहें तो स्थल पर जाकर वाहन को देखकर संतुष्ट भी हो सकते हैं। नियत तिथि व समय पर ई-नीलामी की प्रक्रिया की जाएगी। इसके लिए सभी निबंधित व्यक्तियों को पहले ही सूचना दे दी जाएगी।
जब्त वाहनों की ई-नीलामी का सबसे पहले ट्रायल पटना सदर अनुमंडल कार्यालय में किया गया। इसके तहत 350 गाडिय़ों को नीलामी की सूचना वेबसाइट पर डाली गई। इनमें से 257 गाड़ियों की बिक्री हो गई। ई-नीलामी का सबसे अधिक फायदा यह दिखा कि वाहनों की बिक्री से 32 लाख रुपये राजस्व प्राप्त होने का अनुमान रखा गया था, लेकिन इसके विरुद्ध 76 लाख रुपये का राजस्व हासिल हुआ।
उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि मद्य निषेध अधिनियम के तहत जब्त वाहनों की नीलामी अब एमएसटीसी के माध्यम से आनलाइन होगी। पटना सदर अनुमंडल कार्यालय में सफल ट्रायल के बाद इसे सभी जिलों में लागू करने का आदेश दिया गया है।