जैसा की आप सबको पता है बिहार बोर्ड अपने समय के अनुसार मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से चल रही है | जिसमे बिहार में मैट्रिक परीक्षा के पहले ही दिन पेपर आउट हो गया है। बता दे की गुरुवार को गणित की परीक्षा थी। पेपर शुरू होने से पहले ही मैथ का पेपर मोबाइल फोनों पर वायरल होने लगा। पेपर शुरू हुआ तो उसका मिलान कराया गया। मिलान के बाद मोतिहारी के डीएम ने वायरल पेपर को सही बताया। सभी प्रश्न असली पेपर वाले ही मिलने पर जांच का आदेश दे दिया है।

हालांकि बोर्ड ने पेपर आउट से इनकार किया है। बोर्ड का कहना है कि डीएम ने केवल पेपर वायरल करने वालों की जांच का आदेश दिया है। अब बड़ा सवाल यही है कि जब डीएम ने मिलान के बाद कह दिया कि वायरल पेपर और असली पेपर के सवाल एक ही थे तो क्या पेपर रद होगा?

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गुरुवार की सुबह बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा के तहत गणित का पहला पेपर था। नकल रहित परीक्षा कराने को परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पुलिस बल की तैनाती की गई थी। छात्रों को गहन जांच के बाद परीक्षा केंद्रों पर एंट्री देने की तैयारी थी। इसी बीच परीक्षा शुरू होने से पहले ही गणित का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। अधिकारियों तक भी पेपर पहुंचा लेकिन यह तय नहीं हो सका कि प्रश्नपत्र असली हैं या फेक।

एक फरवरी को जब इंटर की परीक्षा शुरू हुई थी तब भी गणित का पेपर वायरल किया गया था। बाद में इसके फेक होने की पुष्टि हुई थी। इसी कारण आज भी पेपर वायरल हुआ तो उसे ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई। बाद में असली पेपर से मिलान कराया गया तो सभी प्रश्न पत्र सही मिले।

इसके बाद अधिकारियों ने मामले की जानकारी जिलाधिकारी को दी। जिलाधिकारी ने तत्काल जांच का आदेश दे दिया है। वहीं बोर्ड का पेपर आउट होने को लेकर स्पष्ट मत सामने नहीं आया है। उसका कहना है कि जिलाधिकारी ने केवल पेपर वायरल करने के मामले की जांच का आदेश दिया है।

साभार : लाइव हिन्दुस्तान

सोनू मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिला के रहने वाले है पिछले 4 साल से डिजिटल पत्रकारिता...